Paush Amavasya 2025: हिंदू कैलेंडर में पौष का महीना बहुत पवित्र माना जाता है। ये हिंदू वर्ष का 10वां महीना है और इसकी अमावस्या तिथि पर पूजा, स्नान-दान और पितरों के तर्पण से शुभ फल प्राप्त होते हैं। यूं भी हिंदू धर्म में अमावस्या की तिथि पितरों को समर्पित मानी जाती है। इस तिथि के देवता भी पितरों को ही माना गया है। मत्स्य पुराण के अनुसार इस तिथि का नाम पितृगणों में 'अमावसु' पितर के नाम पर पड़ा है। यह तिथि श्राद्ध-तर्पण के लिए उत्तम मानी गई है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन पिंडदान या श्राद्ध करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और उन्हें शांति मिलती है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से पितृ दोष में भी राहत मिलती है। आइए जानें इस अमावस्या से जुड़े नियमों और उपायों के बारे में।
