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Chalo Kashmir: ट्रैवल एजेंसियों ने शुरू की 'चलो कश्मीर' अभियान, घाटी में पर्यटन की बहाली के लिए कैंपेन ने पकड़ा जोर

Chalo Kashmir: पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को बहुत भारी झटका लगा है, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। अब कश्मीर अपने पर्यटन को दोबारा पटरी पर लाने की कोशिश कर रहा है। इस क्रम में ट्रैवल एसोसिएशन दोबारा पर्यटकों को घाटी बुलाने के लिए 'चलो कश्मीर' अभियानों के जरिए कैंपेन चला रहे हैं

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड May 21, 2025 पर 8:52 AM
Chalo Kashmir: ट्रैवल एजेंसियों ने शुरू की 'चलो कश्मीर' अभियान, घाटी में पर्यटन की बहाली के लिए कैंपेन ने पकड़ा जोर
Chalo Kashmir: कोलकाता में लगभग 100 ट्रैवल कंपनियां 'चलो कश्मीर' अभियान में शामिल हुई हैं

Chalo Kashmir: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए भारतीय ट्रैवल इंडस्ट्री ने 'चलो कश्मीर' अभियान शुरू किया है। आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित पर्यटक गांव इन दिनों वीरान नजर आ रहे हैं। भारत-पाकिस्तान के सैन्य संघर्ष ने कई गांव को बड़ा झटका दिया है। होटल और रेस्तरां मालिक, दुकानदार और घोड़ागाड़ी संचालक एवं अन्य कारोबारी चिंतित हैं। लेकिन उन्हें उम्मीद भी है कि भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए बनी सहमति से पर्यटकों की वापसी होगी और यह क्षेत्र फिर से गुलजार होगा।

आतंकवादी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को बहुत भारी झटका लगा है, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। अब कश्मीर अपने पर्यटन को दोबारा पटरी पर लाने की कोशिश कर रहा है। इस क्रम में ट्रैवल एसोसिएशन दोबारा पर्यटकों को घाटी बुलाने के लिए 'चलो कश्मीर' अभियानों के जरिए कैंपेन चला रहे हैं।

NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TAAI) की अगुवाई में और 2,400 से अधिक सदस्य कंपनियों द्वारा समर्थित इस पहल का उद्देश्य यात्रियों के बीच विश्वास बहाल करना और स्थानीय अर्थव्यवस्था का समर्थन करना है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता में लगभग 100 ट्रैवल कंपनियां 'चलो कश्मीर' अभियान में शामिल हुई हैं। ये एजेंसियां सालाना लगभग 4 लाख घरेलू पर्यटकों को मैनेज करती हैं। इनमें से 40,000 जम्मू और कश्मीर के हैं। उनका मानना ​​है कि पर्यटन को बढ़ावा देना, इस तरह के आतंकी कृत्यों से होने वाले आर्थिक व्यवधान का मुकाबला करने का सबसे प्रभावी तरीका है।

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