Get App

10 बजे आई सैलरी, 10.05 पर दे दिया इस्तीफा; सोशल मीडिया पर छिड़ी प्रोफेशनल एथिक्स पर बहस

इस पोस्ट पर यूजर्स बंटे हुए हैं। कुछ लोग HR की बात से सहमत हैं, तो कुछ इस्तीफा कब देना है और कब नहीं, इसे पूरी तरह से एंप्लॉयी का फैसला करार दे रहे हैं। वहीं कुछ का मानना है कि HR को इस तरह के मामलों को सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करना चाहिए

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Aug 13, 2025 पर 8:05 PM
10 बजे आई सैलरी, 10.05 पर दे दिया इस्तीफा; सोशल मीडिया पर छिड़ी प्रोफेशनल एथिक्स पर बहस
HR ने इस तरह के एक्शन को नॉन प्रोफेशनल करार दिया है।

एक कंपनी में इस्तीफे का एक किस्सा सोशल मीडिया पर चर्चा और बहस का मुद्दा बन गया है। हुआ यह कि एक कर्मचारी ने एक महीने कंपनी में काम किया। इसके बाद सैलरी क्रेडिट होने के 5 मिनट बाद ही इस्तीफा दे दिया। सुबह 10 बजे सैलरी बैंक अकाउंट में क्रेडिट होने का मैसेज आया और 10 बजकर 5 मिनट पर उस कर्मचारी ने अपना रेजिग्नेशन, एचआर (ह्यूमन रिसोर्सेज) को मेल कर दिया।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर एक एचआर प्रोफेशनल प्रियवर्शिनी एम ने इस बारे में पोस्ट डाली है और प्रोफशनल एथिक्स यानि कि पेशवर नैतिकता पर बात की है। उन्होंने इस तरह के एक्शन को नॉन प्रोफेशनल करार दिया है। प्रियवर्शिनी ने अपनी लंबी चौड़ी पोस्ट में लिखा है, 'आपको हफ्तों तक ट्रेनिंग दी गई। एचआर टीम ने आपकी जॉइनिंग और डॉक्युमेंटेशन प्रोसेस में घंटों इनवेस्ट किए। कंपनी ने आपका स्वागत किया, आप पर भरोसा किया और आपको आगे बढ़ने के लिए एक प्लेटफॉर्म दिया। फिर, सैलरी अकाउंट में आने के 5 मिनट बाद ही आपने इस्तीफा दे दिया। क्या यह सही है, क्या यह नैतिक है? अगर रुकना ही नहीं था तो जॉब क्यों ली और पूरी प्रोसेस से क्यों गुजरे?'

पोस्ट में आगे लिखा है कि सैलरी के आते ही इस तरह का इस्तीफा इरादे, मैच्योरिटी और जिम्मेदाराना रवैये की कमी को दर्शाता है। प्रोफशनलिज्म का मतलब हमेशा के लिए रुकना नहीं है। यह इंटीग्रिटी के साथ कम्युनिकेट करना और दूसरों द्वारा आप पर लगाए गए टाइम और मेहनत की इज्जत करना है। पोस्ट में यह भी लिखा है कि ग्रोथ पहली सैलरी के साथ नहीं आती है, यह दृढ़ता और गंभीरता से आती है। प्रोफेशनलिज्म, आपकी पोस्ट से नहीं बल्कि एक्शंस से परिभाषित होता है।

कैसे रिएक्ट कर रहे हैं यूजर्स

सब समाचार

+ और भी पढ़ें