Vivah Muhurat 2025: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी तिथि यानी देव उठनी एकादशी पर भगवान विष्णु चार मास की योग निद्रा से जागते हैं। इसके बाद तुलसी विवाह होता है, जिसके बाद माना जाता है कि मांगलिक कार्य हो जाते हैं। लेकिन इस साल कुंवारों के लिए इंतजार जरा लंबा हो गया, क्योंकि देव तो जा गए लेकिन सूर्य देवता तुला राशि में थे। सूर्य तुला राशि से निकल कर वृश्चिक राशि में 16 नवंबर आएंगे। ये लगभग वही समय होगा, जब बिहार में सत्ता के सरताज की घोषणा होगी। यानी बिहार के चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद दूल्हों के सिर पर सेहरा सजेगा।
