यूनियन बजट 2025 नजदीक आने के साथ ही पर्सनल इनक टैक्स के नियमों में बदलाव की उम्मीद बढ़ गई है। इंडिविजुअल टैक्सपेयर्स की संख्या 7.5 करोड़ से ज्यादा हो गई है। सरकार के रेवेन्यू में इनकम टैक्स टैक्स की हिस्सेदारी बढ़ी है। इसके बावजूद इंडिविजुअल इनकम टैक्सपेयर्स को अनदेखा किया गया है। इनकम टैक्स के नियमों का पालन करने वाले सभी कैटेगरी के टैक्सपेयर्स को उसका ईनाम काफी समय से नहीं मिला है।