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बलिया के किसानों की बदलने वाली है किस्मत? स्वतंत्रता सेनानी चित्‍तू पांडेय की जमीन पर मिला कच्चे तेल का भंडार

ONGC ने चित्‍तू पांडेय के परिवार से 3 साल के लिए साढ़े छह एकड़ जमीन लीज पर ली है, जिसके लिए सालाना 10 लाख रुपये का भुगतान कंपनी को करना होगा। जमीन के अंदर 3,001 मीटर तक ड्रिलिंग की जरूरत है। हाल के वर्षों में ONGC ने भारत के तेल भंडार को बढ़ाने के लिए कई नई खोजें की हैं

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Mar 27, 2025 पर 3:19 PM
बलिया के किसानों की बदलने वाली है किस्मत? स्वतंत्रता सेनानी चित्‍तू पांडेय की जमीन पर मिला कच्चे तेल का भंडार
कच्चे तेल का यह भंडार बलिया के सागरपाली गांव से प्रयागराज के फाफामऊ तक 300 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है।

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सागरपाली गांव के पास कच्चे तेल के भंडार का पता चला है। इस दिशा में ONGC ने खुदाई शुरू कर दी है। कवायद के तहत स्थानीय किसानों से जमीन खरीदी जा सकती है। कच्चे तेल का भंडार बलिया में स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय के परिवार की जमीन पर मिला है। यह खोज गंगा बेसिन में 3 महीने के सर्वे के बाद हुई, जिसमें 3,000 मीटर की गहराई पर तेल भंडार (Oil Reserve) का पता चला।

ONGC ने पांडेय के परिवार से 3 साल के लिए साढ़े छह एकड़ जमीन लीज पर ली है, जिसके लिए सालाना 10 लाख रुपये का भुगतान कंपनी को करना होगा। ONGC के अधिकारियों ने इस महत्वपूर्ण गहराई पर तेल भंडार की मौजूदगी की पुष्टि की है, जिसके लिए 3,001 मीटर तक ड्रिलिंग की जरूरत है। खुदाई में हर रोज 25,000 लीटर पानी का इस्तेमाल किया जाता है। काम तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसके अप्रैल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।

अगर सफल हुए तो गंगा बेसिन में कई स्थानों पर होगी ड्रिलिंग

अगर ONGC को कामयाबी मिलती है तो गंगा बेसिन में अन्य पहचाने गए स्थानों पर भी इसी तरह के कुएं खोदे जाएंगे, जिससे स्थानीय किसानों की किस्मत बदल सकती है। अगर तेल मिल जाता है, तो ONGC आसपास की जमीनों को ऊंचे दामों पर खरीदेगी, जिससे किसानों को काफी फायदा होगा। कच्चे तेल का यह भंडार बलिया के सागरपाली गांव से प्रयागराज के फाफामऊ तक 300 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। इस भंडार की बदौलत देश की दशकों तक कच्चे तेल और गैस के मामले में इंपोर्ट पर निर्भरता कम हो सकती है।

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