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Haryana Assembly Election Result: हरियाणा की राजनीति में घट रहा है चौटाला परिवार का दबदबा? नतीजों में इनेलो और JJP दिख रहीं फेल

Haryana Assembly Polls Result: 1967 में हरियाणा को अलग कर पहली बार चुनाव कराया गया था। तब से हरियाणा की सियासत में चौटाला परिवार का दबदबा रहा है। डबावाली सीट पर अभय चौटाला के बेटे आदित्य चौटाला दूसरे नंबर पर हैं। इनेलो के नेता अभय सिंह चौटाला ऐलनाबाद सीट पर कांग्रेस के भरत सिंह बेनीवाल से पीछे हैं और दूसरे नंबर पर हैं

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Oct 08, 2024 पर 2:14 PM
Haryana Assembly Election Result: हरियाणा की राजनीति में घट रहा है चौटाला परिवार का दबदबा? नतीजों में इनेलो और JJP दिख रहीं फेल
साल 2018 में चौटाला परिवार दो खेमों में बंट गया।

हरियाणा विधानसभा चुनाव में चौटाला परिवार के पैर उखड़ते दिख रहे हैं। चौटाला परिवार से जुड़ी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और जननायक जनता पार्टी (JJP) दोनों अपना खाता खोलने को लेकर जूझ रही हैं। परिवार के दो दिग्गज दुष्यंत चौटाला और अभय चौटाला अपनी-अपनी सीट से बुरी तरह हार रहे हैं। राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को पड़े वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को हो रही है। शुरुआती रुझान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 49 सीटों पर आगे है। वहीं कांग्रेस 35 सीटों पर आगे चल रही है।

1967 में हरियाणा को अलग कर पहली बार चुनाव कराया गया था। तब से हरियाणा की सियासत में चौटाला परिवार का दबदबा रहा है। उस वक्त चौधरी देवीलाल प्रमुख भूमिका में थे। किसान नेता के तौर पर उभरे देवीलाल ने 1977 से लेकर 1989 तक हरियाणा की राजनीति की और 2 बार मुख्यमंत्री रहे। देवीलाल पहले कांग्रेस में थे लेकिन 1971 में उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया।

1989 में भारत के उप प्रधानमंत्री बनने के बाद देवीलाल चौटाला ने हरियाणा का मुख्यमंत्री पद अपने बेटे चौधरी ओम प्रकाश चौटाला को सौंप दिया। ओम प्रकाश चौटाला कुल 4 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। साल 2018 में चौटाला परिवार दो खेमों में बंट गया।

दुष्यंत चौटाला उचाना कलां से पीछे

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