कांग्रेस के दिग्गज नेताओं कमलनाथ (Kamalnath) और दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) के बीच की रस्साकशी पर मध्य प्रदेश में एक व्यक्ति जिसकी सबसे करीबी नजर है वह ज्योतिरादित्य सिंधिया। सिंधिया ने कई बार कहा है कि कमलनाथ और सिंह की वजह से उन्हें पार्टी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। सिंधिया ने कुछ साल पहले कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का हाथ थाम लिया था। इसके बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। संधिया के करीबी माने जाने वाले 22 विधायकों ने कमलनाथ की सरकार को गिरा दिया था। इसे छोटे राजा की बदली की कार्रवाई कहा गया था। सिंधिया को एमपी छोटे राजा कहा जाता है। अब बदला लेने का समय कांग्रेस का है। क्रांग्रेस के नेता सिंधिया और उनके करीब विधायकों को विधानसभा चुनावों में पटखनी देने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। भोपाल में पार्टी का घोषणापत्र जारी करने के मौके पर पार्टी की तरफ से 11 वचन या वादे भी जारी किए गए। लेकिन, एक वादा जिसे कमलनाथ ने सिंह से लिया, उस पर सबका ध्यान गया।
