Get App

Mahakumbh 2025: महाकुंभ में शाही स्नान क्यों होता है महत्वपूर्ण? जानें नहाने का समय, तारीख और घाटों की पूरी डिटेल्स

Mahakumbh 2025: इस साल प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक लगने जा रहा है। महाकुंभ में छह शाही स्नान होंगे। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन 'महाकुंभ 2025' में करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। पूरी दुनिया की निगाह महाकुंभ के आयोजन पर लगी है। महाकुंभ मेले में शाही स्नान के लिए लाखों साधु संतों समेत करोड़ों भक्त प्रयागराज में इकट्ठा होते हैं

Akhileshअपडेटेड Dec 20, 2024 पर 11:39 AM
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में शाही स्नान क्यों होता है महत्वपूर्ण? जानें नहाने का समय, तारीख और घाटों की पूरी डिटेल्स
Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में इस बार कुल 6 शाही स्नान होंगे। तारीख फाइनल हो चुका है

Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेला 2025 में तीर्थराज प्रयागराज में फिर से शुरू होगा। प्रयागराज में इस भव्य और दिव्य धार्मिक आयोजन को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। 13 जनवरी, 2025 को पौष पूर्णिमा स्नान के साथ शुरू होने वाला महाकुंभ मेला 26 फरवरी, 2025 को महा शिवरात्रि के दिन समाप्त होगा। यह महाकुंभ मेला अपार भक्ति, समृद्ध परंपराओं और जीवंत अनुष्ठानों का उत्सव है। इस भव्य आयोजन के केंद्र में पवित्र स्नान की तारीख और शाही स्नान है। शाही अनुष्ठान में संत, आध्यात्मिक नेता और भक्त पवित्र जल में औपचारिक डुबकी लगाने के लिए एक साथ आते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभनगर के प्रमुख चौराहों के साथ-साथ यहां आने वाले प्रमुख रोड़ को भी प्राकृतिक रूप से सजाने-संवारने का काम चल रहा है।

महाकुंभ एक धार्मिक समागम से कहीं बढ़कर है। यह आध्यात्मिकता और आस्था का उत्सव है। तीर्थयात्रियों का मानना ​​है कि त्रिवेणी संगम में स्नान करने से आत्मा शुद्ध होती है। साथ ही पाप धुलते हैं। स्नान के अलावा यह मेला आध्यात्मिक प्रवचन का भी केंद्र है। श्रद्धालु नदी के किनारे पूजा करने, संतों की ज्ञानवर्धक बातें सुनने और भक्तिमय वातावरण में डूबने के लिए एकत्रित होते हैं। यह गहन चिंतन, ध्यान और सामुदायिक बंधन का समय होता है।

45 करोड़ भक्त करेंगे स्नान

महाकुंभ-2025 को सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में 45 करोड़ लोगों के संगम स्नान का पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। इसके लिए जल पुलिस के लिहाज से त्रिस्तरीय सुरक्षा चक्र बनाया गया है। इसमें बाकायदा एक-एक श्रद्धालु पर फोकस किया जाएगा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें