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Air India नॉन-फ्लाइंग परमानेंट स्टाफ के लिए लाई VRS और VSS, आवदेन करने के लिए दिया एक महीने का वक्त

जनवरी, 2022 में Air India को सरकार से टाटा ग्रुप ने खरीदा था। उसके बाद से यह तीसरा मौका है, जब एयर इंडिया अपने स्थायी कर्मचारियों के लिए वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम लेकर आई है। विस्तारा के एयर इंडिया में विलय से दोनों एयरलाइंस के करीब 600 कर्मचारियों पर असर पड़ने का अनुमान है। टाटा समूह, एयर इंडिया एक्सप्रेस और AIX कनेक्ट का भी विलय कर रहा है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Jul 18, 2024 पर 9:10 AM
Air India नॉन-फ्लाइंग परमानेंट स्टाफ के लिए लाई VRS और VSS, आवदेन करने के लिए दिया एक महीने का वक्त
Air India, विस्तारा का खुद में मर्जर करने वाली है।

टाटा ग्रुप की एयरलाइन एयर इंडिया (Air India) ने नॉन-फ्लाइंग परमानेंट स्टाफ के लिए वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) पेश की है। यह स्कीम कम से कम 5 साल तक की सर्विस वाले स्थायी कर्मचारियों के लिए है। इसके अलावा कंपनी के साथ 5 साल से कम समय से काम कर रहे नॉन-फ्लाइंग परमानेंट स्टाफ के लिए वॉलंटरी सैपरेशन स्कीम (VSS) लाई गई है। एयर इंडिया, विस्तारा का खुद में मर्जर करने वाली है।

एयर इंडिया ने इन योजनाओं की पुष्टि की है, हालांकि इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी है। दोनों योजनाएं बुधवार, 17 जुलाई को शुरू की गईं। संबंधित कर्मचारियों को VRS/VSS के लिए आवेदन करने के लिए एक महीने का समय दिया गया है।

तीसरी बार परमानेंट स्टाफ के लिए लाई VRS

ढाई साल पहले जनवरी, 2022 में एयर इंडिया को सरकार से टाटा ग्रुप ने खरीदा था और इस तरह कंपनी का प्राइवेटाइजेशन हो गया। उसके बाद से यह तीसरा मौका है, जब एयर इंडिया अपने स्थायी कर्मचारियों के लिए वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम लेकर आई है।

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