Get App

Amazon Layoff: एमेजॉन में कोहराम, छंटनी की आंच में इंजीनियर्स ही क्यों अधिक झुलसे?

Amazon Layoff: एमेजॉन में छंटनी ने हाहाकार मचाया, सिर्फ यही अहम नही हैं, बल्कि ये भी काफी अहम है कि किस पर इसका अधिक असर पड़ा। आंकड़ों से जो सामने आया है, उसमें इसका असर इंजीनियर्स पर ही अधिक दिख रहा है। जानिए एआई के दौर में जब इंजीनियर्स की मांग बढ़नी चाहिए थी तो इनकी नौकरी पर खतरा क्यों मंडरा रहा है और सबसे अधिक किन इंजीनियर्स पर इसका असर है और पूरी टेक इंडस्ट्री का क्या हाल है?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Nov 22, 2025 पर 11:20 AM
Amazon Layoff: एमेजॉन में कोहराम, छंटनी की आंच में इंजीनियर्स ही क्यों अधिक झुलसे?
Amazon Layoff: दिग्गज अमेरिकी कंपनी एमेजॉन ने अक्टूबर में लगभग 14,000 कॉरपोरेट पोस्ट्स को खत्म करने की योजना बनाई, जो इसके 31 साल के इतिहास में सबसे बड़ा कटौती है।

Amazon Layoff: दिग्गज अमेरिकी कंपनी एमेजॉन में पिछले महीने तगड़ा हाहाकार मचा रहा और इसमें जो छंटनी हुई, वह कॉरपोरेट हिस्ट्री के सबसे बड़े ले-ऑफ में शामिल रहा। इसे लेकर स्टेट फाइलिंग्स में एक बड़ा तथ्य सामने आया कि पिछले महीने में कंपनी ने न्यूयॉर्क, कैलिफोर्निया, न्यू जर्सी और वाशिंगटन में जिन 4700 से अधिक लोगों की छुट्टी की, उसमें से करीब 40% तो इंजीनियर्स रहे। सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक एमेजॉन ने अक्टूबर में लगभग 14,000 कॉरपोरेट पोस्ट्स को खत्म करने की योजना बनाई, जो इसके 31 साल के इतिहास में सबसे बड़ा कटौती है। हालांकि एमेजॉन ने कटौती की, यही अहम नही हैं, बल्कि ये भी काफी अहम है कि किस पर इसका अधिक असर पड़ा।

AI के दौर में Amazon क्यों कर रही इंजीनियर्स की छंटनी?

एमेजॉन एआई, क्लाउड और इंफ्रास्ट्रक्चर पर आक्रामक तरीके से निवेश कर रही है और ऐसे में इंजीनियर्स के लिए काफी मौका दिख रहा है। हालांकि कंपनी का कहना है कि फिलहाल दिक्कत टैलेंट की नहीं, स्पीड की है। सीईओ एंडी जैसी (Andy Jassy) पिछले कुछ वर्षों से एमेजन को दुनिया का सबसे बड़ा स्टार्टअप बनाने की कोशिश में हैं और सभी टीमों को पदों को कम करने को कहा जा रहा है और कम रिसोर्सेज में अधिक काम को कहा गया है। एंडी का कहना है कि ताबड़तोड़ हायरिंग के वर्षों बाद फैसला लेने की स्पीड घट गई थी। सीएनबीसी से बाततीत में एमेजॉन ने कहा कि यह इंसानों को एआई से बदलने का मामला नहीं है बल्कि स्पीड बढ़ाने और नौकरशाही घटाने का है।

सबसे अधिक किन पर असर?

सब समाचार

+ और भी पढ़ें