Union Budget 2023 : भले ही टैक्स रेवेन्यू में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। लेकिन, उभरते देशों के मुकाबले हम अब भी पीछे हैं। भारत का टैक्स टू जीडीपी रेश्यो 10-11 फीसदी है, जबकि इमर्जिंग इकोनॉमीज का औसत 21 फीसदी के आसपास है। वहीं ओईसीडी देशों के लिए यह औसत 33 फीसदी है। यही वजह है कि यूनियन बजट में सरकार का जोर टैक्स रेवेन्यू में बढ़ोतरी के जरिये फिस्कल कंसोलिडेशन (Fiscal consolidation) पर दिख सकता है। सरकार इस बजट में नियमों को आसान बनाने के लिए कुछ ऐलान कर सकती है। वित्त मंत्रालय ने हाल में टैक्स रेवेन्यू में बढ़ोतरी के दम पर वित्त वर्ष 2022-23 में फिस्कल डेफिसिट 6.4 फीसदी का टारगेट हासिल होने के संकेत दिए थे।