Get App

Union Budget 2023 : एफडीआई, ITR पर क्या करेगी सरकार? बजट से डायरेक्ट टैक्स के मोर्चे पर हैं ये उम्मीदें

Union Budget 2023 : भारत का टैक्स टू जीडीपी रेश्यो इस समय 10-11 फीसदी के आसपास है, जबकि इमर्जिंग इकोनॉमीज से खासा कम है। इसीलिए, आम बजट में सरकार का जोर टैक्स रेवेन्यू में बढ़ोतरी के जरिये फिस्कल कंसोलिडेशन पर दिख सकता है। हालांकि, वित्त मंत्रालय ने हाल में टैक्स रेवेन्यू में बढ़ोतरी के दम पर फिस्कल डेफिसिट का टारगेट हासिल होने के संकेत दिए हैं

Curated By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Jan 17, 2023 पर 11:38 AM
Union Budget 2023 : एफडीआई, ITR पर क्या करेगी सरकार? बजट से डायरेक्ट टैक्स के मोर्चे पर हैं ये उम्मीदें
वित्त मंत्रालय ने हाल में टैक्स रेवेन्यू में बढ़ोतरी के दम पर वित्त वर्ष 2022-23 में फिस्कल डेफिसिट 6.4 फीसदी का टारगेट हासिल होने के संकेत दिए थे

Union Budget 2023 : भले ही टैक्स रेवेन्यू में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। लेकिन, उभरते देशों के मुकाबले हम अब भी पीछे हैं। भारत का टैक्स टू जीडीपी रेश्यो 10-11 फीसदी है, जबकि इमर्जिंग इकोनॉमीज का औसत 21 फीसदी के आसपास है। वहीं ओईसीडी देशों के लिए यह औसत 33 फीसदी है। यही वजह है कि यूनियन बजट में सरकार का जोर टैक्स रेवेन्यू में बढ़ोतरी के जरिये फिस्कल कंसोलिडेशन (Fiscal consolidation) पर दिख सकता है। सरकार इस बजट में नियमों को आसान बनाने के लिए कुछ ऐलान कर सकती है। वित्त मंत्रालय ने हाल में टैक्स रेवेन्यू में बढ़ोतरी के दम पर वित्त वर्ष 2022-23 में फिस्कल डेफिसिट 6.4 फीसदी का टारगेट हासिल होने के संकेत दिए थे।

विदेशी निवेश को लुभाएगी सरकार

भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में हाल के दौर में एफडीआई (FDI) में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली। यह वित्त वर्ष 21-22 में 76 फीसदी बढ़ा था। इसकी एक वजह 2019 में घरेलू मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए टैक्स (कॉर्पोरेट टैक्स रेट 15 फीसदी) में कमी रही थी। 15 फीसदी दर का फायदा 31 मार्च 2024 को या उससे पहले स्थापित या परिचालन शुरू करने वाली कंपनियों को उपलब्ध है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें