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Twin Towers के ढहने के बाद अब जमीन को लेकर विवाद, 8 हजार वर्ग मीटर पर किसका है मालिकाना हक, सभी पक्षों के अलग-अलग दावे

नियमों के विपरीत नोएडा के ट्विन टॉवर (Twin Tower) को ढहाए जाने के बाद अब इसकी जमीन को लेकर विवाद शुरू हो गया, जिस पर यह खड़ी थी

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 03, 2022 पर 1:36 PM
Twin Towers के ढहने के बाद अब जमीन को लेकर विवाद, 8 हजार वर्ग मीटर पर किसका है मालिकाना हक, सभी पक्षों के अलग-अलग दावे
अब ट्विन टॉवर्स को ढहा दिया गया है और मलबे को हटाया जा रहा है तो सभी की निगाहें इसकी 8 हजार वर्ग मीटर जमीन पर है कि यह किसके पास जाएगी।

नियमों के विपरीत नोएडा के ट्विन टॉवर (Twin Towers) को ढहाए जाने के बाद अब इसकी जमीन को लेकर विवाद शुरू हो गया, जिस पर यह खड़ी थी। ये दोनों टॉवर नोएडा के सेक्टर 93ए के टॉवर एमेराल्ड कोर्ट (Emerald Court) सोसायटी में थे। ट्विन टॉवर्स प्रोजेक्ट की जमीन को रीयल एस्टेट फर्म सुपरटेक (Supertech) ने नोएडा अथॉरिटी से वर्ष 2004 और 2006 में लिया था। अब ट्विन टॉवर्स को ढहा दिया गया है और मलबे को हटाया जा रहा है तो सभी की निगाहें इसकी 8 हजार वर्ग मीटर जमीन पर है कि यह किसके पास जाएगी।

Supertech का जमीन पर है दावा

सुपरटेक के चेयरमैन और एमडी आरके अरोड़ा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि इस जमीन पर नोएडा अथॉरिटी की मंजूरी के बाद इस पर एक नया प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। इसके अलावा एमेराल्ड कोर्ट रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) की भी सहमति ली जाएगी। कंपनी के प्रवक्ता ने मनीकंट्रोल से कहा कि जमीन सुपरटेक की है और जो भी दिक्कतें थी, वह टॉवर की ऊंचाई और इसे लेकर आस-पास रहने वाले लोगों की सहमति को लेकर थी, जमीन के मालिकाना हक को लेकर नहीं। प्रवक्ता के मुताबिक नोएडा अथॉरिटी को जमीन के लिए 25 करोड़ रुपये दिए थे और प्रोजेक्ट के लिए भी 25 करोड़।

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