स्टार्टअप्स (Startups) में कॉर्पोरेट गवर्नेंस (Corporate Governance) की अनदेखी के मामलों को सरकार ने गंभीरता से लिया है। सरकार की तरफ से नियुक्त एक समिति इस बारे में सख्त रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाने पर अपनी राय दे सकती है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। हाल में कई यूनिकॉर्न्स में कॉर्पोरेट गवर्नेंस का पालन नहीं होने के मामले सामने आए हैं। अधिकारी ने बताया कि स्टार्टअप्स आकार में छोटे होते हैं। उन्हें अपने कामकाज और कंप्लायंस के बीच संतुलन बैठाना पड़ता है। कंपनी मामलों के मंत्रालय ने सितंबर 2019 में कंपनी लॉ कमेटी (CLC) बनाई थी। यह कमेटी स्टार्टअप्स के लिए रेगुलेटरी रीजीम बनाने पर विचार कर सकती है।