इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) ने अनुमान लगाया है कि मौजूदा वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) क्रमशः 6.8 फीसदी और 6.1 फीसदी रहेगी। IMF ने कहा कि क्रूड ऑयल की कीमतें ऊंची बनी रहने, कमजोर बाहरी मांग और सख्त वित्तीय स्थितियों के चलते का असर ग्रोथ पर देखने को मिल सकता है। साथ ही IMF ने अगले 2 सालों के दौरान भारत में महंगाई के धीरे-धीरे नरम होने का अनुमान जताया है। साथ ही IMF ने कोरोना वायरस के अधिक संक्रामक वेरिएंट के ऊभार को लेकर भी सतर्क किया और कहा कि इससे व्यापार और ग्रोथ अधिक प्रभावित हो सकता है।