Get App

कॉम्पिटीटिव रहने के लिए भारत को घटाना होगा टैरिफ, अमेरिकी कंपनियों को नहीं है भारतीय बाजार की जरूरत: अमेरिकी राजदूत

भले ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्रंप के साथ मधुर व्यक्तिगत संबंध हैं, लेकिन इसके बावजूद ट्रंप ने भारत को चेतावनी दी है कि अगर वह अमेरिकी सामान पर उच्च शुल्क लगाता है तो उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई की जाएगी।

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 17, 2025 पर 4:26 PM
कॉम्पिटीटिव रहने के लिए भारत को घटाना होगा टैरिफ, अमेरिकी कंपनियों को नहीं है भारतीय बाजार की जरूरत: अमेरिकी राजदूत
एरिक गार्सेटी ने कहा कि हाई टैरिफ को कम करना एक महत्वपूर्ण कदम है।

अगर भारत को डोनाल्ड ट्रंप के चीन के साथ बढ़ते ट्रेड वॉर से जीतना है तो उसे दक्षिण-पूर्व एशिया में अपने अधिक बिजनेस-फ्रेंडली प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए हाई टैरिफ में कटौती करनी होगी। यह बात भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी कही है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप के टैरिफ अमेरिकी कंपनियों को चीन के साथ ट्रेड कम करने के लिए मजबूर करते हैं तो भारतीय मैन्युफैक्चरर्स को फायदा होगा। लेकिन भारत को निवेश आकर्षित करने के लिए अपने घरेलू कारोबारी माहौल को बेहतर बनाने के लिए और भी बहुत कुछ करने की जरूरत है।

गार्सेटी ने कहा कि हाई टैरिफ को कम करना एक महत्वपूर्ण कदम है। आगे कहा, "अमेरिकी कंपनियों को भारत की जरूरत नहीं है। अगर वे बाजार में बने रहना चाहते हैं तो यहां एक बड़ा बाजार है, लेकिन अपने अंतरराष्ट्रीय निर्यात के लिए उन्हें भारत में होने की जरूरत नहीं है। दक्षिण-पूर्व एशिया और मैक्सिको में यह अक्सर आसान होता है।"

भारत को भी चेतावनी दे चुके हैं ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप अगले हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने वाले हैं। उन्होंने अमेरिका में इंपोर्ट पर यूनिवर्सल टैरिफ लगाने की धमकी पहले से दी हुई है, जिसमें चीन के सामानों पर कम से कम 60% शुल्क शामिल है। भले ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्रंप के साथ मधुर व्यक्तिगत संबंध हैं, लेकिन इसके बावजूद ट्रंप ने भारत को चेतावनी दी है कि अगर वह अमेरिकी सामान पर उच्च शुल्क लगाता है तो उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई की जाएगी।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें