मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री का मनोबल अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया है। यह बात इंडस्ट्री बॉडी ICEA ने कही है। दिल्ली के एक कोर्ट ने एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 13 अक्टूबर को Vivo के तीन एग्जीक्यूटिव्स और लावा इंटरनेशनल (Lava International) के फाउंडर हरि ओम राय की ED कस्टडी बढ़ा दी। इसके बाद ICEA की यह टिप्पणी आई है। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate or ED) ने चीन की कंपनी वीवो के खिलाफ कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राय को गिरफ्तार किया है। ICEA के चेयरमैन पंकज मोहिन्द्रू ने एक बयान में कहा, 'हम समझते हैं कि उद्योग का मनोबल अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है और कंपनियां बहुत हतोत्साहित महसूस कर रही हैं। हम उन्हें भरोसा दिलाना चाहते हैं कि हमें भारत के रेगुलेटरी और ज्यूडिशियल सिस्टम पर पूरा भरोसा है। हमें यकीन है कि राय संकट के इन बादलों से उबरेंगे।'