सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कोल मिनिस्ट्री के तहत जितनी भी पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (PSUs) हैं, वे कभी भी निजी कंपनियों के हाथों में नहीं जाएंगी। ये बातें कोयला और खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कही उन्होंने कहा कि सरकार का इरादा कोल मिनिस्ट्री के तहत आने वाली सभी सरकारी कंपनियों पर अपना स्वामित्व बनाए रखने का है। उन्होंने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब इसकी चर्चा जोरों पर है कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय कोल मिनिस्ट्री के NLC India (पूर्व नाम Neyveli Lignite Corporation) समेत कुछ सरकारी कंपनियों में 10 फीसदी तक की हिस्सेदारी बेच सकती है। हालांकि कोल मिनिस्टर ने अब स्पष्ट कर दिया कि कोल मिनिस्ट्री के तहत आने वाले एनएलसी इंडिया और कोल इंडिया (Coal India) हमेशा भारत सरकार की रहेगी।
