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NLC India और Coal India कभी नहीं होगी प्राइवेट, सरकार ने कर दिया क्लियर, लेकिन यहां अटकी है बात

सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कोल मिनिस्ट्री के तहत जितनी भी पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (PSUs) हैं, वे कभी भी निजी कंपनियों के हाथों में नहीं जाएंगी। ये बातें कोयला और खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कही उन्होंने कहा कि सरकार का इरादा कोल मिनिस्ट्री के तहत आने वाली सभी सरकारी कंपनियों पर अपना स्वामित्व बनाए रखने का है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Jan 11, 2024 पर 10:21 PM
NLC India और Coal India कभी नहीं होगी प्राइवेट, सरकार ने कर दिया क्लियर, लेकिन यहां अटकी है बात
सरकार की एनएलसी इंडिया में 79.2 फीसदी हिस्सेदारी है। यह पब्लिक सेक्टर में सरकार की सबसे अधिक हिस्सेदारी वाली कंपनियों में शुमार है।

सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कोल मिनिस्ट्री के तहत जितनी भी पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (PSUs) हैं, वे कभी भी निजी कंपनियों के हाथों में नहीं जाएंगी। ये बातें कोयला और खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कही उन्होंने कहा कि सरकार का इरादा कोल मिनिस्ट्री के तहत आने वाली सभी सरकारी कंपनियों पर अपना स्वामित्व बनाए रखने का है। उन्होंने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब इसकी चर्चा जोरों पर है कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय कोल मिनिस्ट्री के NLC India (पूर्व नाम Neyveli Lignite Corporation) समेत कुछ सरकारी कंपनियों में 10 फीसदी तक की हिस्सेदारी बेच सकती है। हालांकि कोल मिनिस्टर ने अब स्पष्ट कर दिया कि कोल मिनिस्ट्री के तहत आने वाले एनएलसी इंडिया और कोल इंडिया (Coal India) हमेशा भारत सरकार की रहेगी।

NLC India में सरकार की तगड़ी हिस्सेदारी

सरकार की एनएलसी इंडिया में 79.2 फीसदी हिस्सेदारी है। पिछले साल 13 जुलाई 2023 को मनीकंट्रोल के साथ इंटरव्यू में कंपनी के चेयरमैन और एमडी प्रसन्ना कुमार मोतुपल्ली (Prasanna Kumar Motupalli) ने कहा था कि यह पब्लिक सेक्टर में सरकार की सबसे अधिक हिस्सेदारी वाली कंपनियों में शुमार है। प्रसन्ना ने उस समय कहा था कि सरकार का फोकस अब विनिवेश की बजाय एसेट मोनेटाइजेशन पर है और अब तक इसमें सरकार की हिस्सेदारी बेचने की कोई योजना नहीं है।

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