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Raymond के चेयरमैन गौतम सिंघानिया बोर्ड से होंगे बाहर? IiAS ने शेयरहोल्डर्स से विरोध करने का किया अनुरोध

Raymond News: रेमंड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) गौतम सिंघानिया की कुर्सी खतरे में है। अगले हफ्ते गुरुवार 27 जून को कंपनी की एजीएम (सालाना आम बैठक) है। इस बैठक में शेयरहोल्डर्स को गौतम सिंघानिया को फिर से चेयरमैन बनने के खिलाफ वोट देने का आग्रह किया गया है और यह आग्रह प्रॉक्सी एडवायजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर एडवायजरी सर्विसेज (IiAS) ने की है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Jun 19, 2024 पर 10:23 AM
Raymond के चेयरमैन गौतम सिंघानिया बोर्ड से होंगे बाहर? IiAS ने शेयरहोल्डर्स से विरोध करने का किया अनुरोध
पिछले साल 28 नवंबर 2023 को आईआईएएस ने रेमंड के स्वतंत्र निदेशकों से आग्रह किया था कि नवाज मोदी ने गौतम सिंघानिया पर जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच की जाए और जांच के दौरान दोनों पति-पत्नी को बोर्ड से अलग रखा जाए।

Raymond News: रेमंड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) गौतम सिंघानिया की कुर्सी खतरे में है। अगले हफ्ते गुरुवार 27 जून को कंपनी की एजीएम (सालाना आम बैठक) है। इस बैठक में शेयरहोल्डर्स को गौतम सिंघानिया को फिर से चेयरमैन बनने के खिलाफ वोट देने का आग्रह किया गया है और यह आग्रह प्रॉक्सी एडवायजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर एडवायजरी सर्विसेज (IiAS) ने की है। आईआईएएस ने सुझाव दिया है कि रेमंड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को गौतम सिंघानिया और उनसे अलग रह रहीं पत्नी नवाज मोदी को तब तक बाहर करने का सुझाव दिया है, जब तक दोनों के तलाक की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती है और स्वतंत्र जांच की रिपोर्ट नहीं आ जाती है। गौतम सिंघानिया 1 अप्रैल 1990 से रेमंड के बोर्ड में हैं।

गौतम सिंघानिया पर उनकी पत्नी नवाज मोदी ने घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि गौतम ने कंपनी के पैसों का अपनी व्यक्तिगत जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया। इन आरोपों के बावजूद रेमंड का सुझाव है कि गौतम को बोर्ड में पांच साल के लिए और जगह देनी चाहिए।

इस कारण Raymond के शेयरहोल्डर्स से किया आग्रह

आईआईएएस का कहना है कि नवाज मोदी ने गौतम सिंघानिया पर जो आरोप लगाए हैं, उनकी कोई स्वतंत्र जांच हो रही है या नहीं, इसे लेकर कंपनी दिसंबर 2023 के अपने बयान के बाद से कोई अपडेट नहीं जारी किया है। अब ऐसे में यह शेयरहोल्डर्स पर ही कि वह प्रमोटर्स के आपसी झगड़े से कंपनी का बचाव करें। इसके अलावा आईआईएएस ने एक और गहरी चिंता जताई है कि कंपनी के कारोबार के हिसाब से सिंघानिया का पैकेज काफी अधिक है और यह इतना अधिक है कि इसकी तुलना बाकी कंपनियों से भी नहीं की जा सकती है।

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