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इस महीने Sensex-Nifty का रहा सबसे बुरा हाल, एशियाई बाजारों में रौनक लेकिन घरेलू मार्केट में इन वजहों से बिकवाली

Market Trend: इस महीने घरेलू मार्केट की तेजी दुनिया भर के अहम बाजारों की तुलना में सुस्त रही। Sensex और Nifty जनवरी में अब तक दो फीसदी से अधिक टूटे हैं तो एशियाई बाजारों में 12 फीसदी तक की तेजी रही है। मार्केट की चाल पर इन बातों से गहरा असर पड़ा तो आगे इन बातों से इसकी चाल तय होगी

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Jan 30, 2023 पर 11:52 AM
इस महीने Sensex-Nifty का रहा सबसे बुरा हाल, एशियाई बाजारों में रौनक लेकिन घरेलू मार्केट में इन वजहों से बिकवाली
मार्केट को फिलहाल 1 फरवरी को अगले वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पेश होने वाले बजट का इंतजार है। इसके अलावा फेडरल रिजर्व की बैठक भी उसी दिन है तो उसका भी इंतजार है।

विदेशी निवेशकों की बिकवाली और दिसंबर तिमाही में कंपनियों के फीके वित्तीय प्रदर्शन का असर इस महीने मार्केट की चाल पर दिखा। जनवरी 2023 में BSE Sensex और Nifty 50 का प्रदर्शन वैश्विक इक्विटी मार्केट की तुलना में बुरा रहा। अडानी ग्रुप की कंपनियों में बिकवाली के हालिया दबाव के साथ-साथ बैंकिंग और नए दौर की तकनीकी कंपनियों के कमजोर प्रदर्शन ने निवेशकों का सेंटिमेंट प्रभावित किया। इस महीने सेंसेक्स और निफ्टी अब तक 2 फीसदी से अधिक टूटे हैं। वहीं दूसरी तरह दुनिया के बड़े बाजारों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व से सकारात्मक उम्मीदों के चलते इस साल मजबूती लौटी है।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व से उम्मीद है कि वह ब्याज दरों में बढ़ोतरी की रफ्तार धीमी कर सकता है। इसके चलते Dow Jones करीब 2.5 फीसदी, S&P 500 करीब 6 फीसदी, FTSE 100 करीब 4 फीसदी, CAC भी 9 फीसदी से अधिक और डीएएक्स 8 फीसदी से अधिक मजबूत हुआ है। एशियाई इंडेक्स की बात करें तो निक्केई इस साल 5 फीसदी, हैंग सेंग 12 फीसदी से अधिक और कोस्पी 6 फीसदी मजबूत हुआ है। वहीं जकार्ता कंपोजिट भी ग्रीन जोन में है।

FII की बिकवाली ने डाला घरेलू मार्केट पर दबाव

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