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Tata Trusts के भीतर बढ़ा तनाव, सरकार भी दे सकती है दखल; नोएल टाटा से मीटिंग का प्लान

टाटा ट्रस्ट्स में बढ़ते मतभेद को लेकर सरकार सतर्क है। टाटा सन्स में 66% हिस्सेदारी रखने वाले ट्रस्ट्स के भीतर नियंत्रण और गवर्नेंस को लेकर टकराव गहरा गया है। नोएल टाटा और एन चंद्रशेखरन की सरकारी अफसरों से अहम मुलाकात कर सकते हैं। जानिए पूरे मामले की डिटेल।

Edited By: Suneel Kumarअपडेटेड Oct 07, 2025 पर 7:05 PM
Tata Trusts के भीतर बढ़ा तनाव, सरकार भी दे सकती है दखल; नोएल टाटा से मीटिंग का प्लान
टाटा ट्रस्ट्स का पूरा विवाद टाटा ग्रुप पर नियंत्रण को लेकर है।

सरकार ने टाटा ट्रस्ट्स (Tata Trusts) के भीतर बढ़ते तनाव को नोटिस किया है। CNBC-TV18 ने टाटा ग्रुप के करीबी सूत्रों के हवाले से बताया कि अगर ट्रस्ट्स के बीच मतभेद गहराता है, तो सरकार दखल दे सकती है। टाटा ट्रस्ट्स के पास टाटा सन्स में करीब 66 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

एक सूत्र ने बताया कि सरकार इस मामले में मूकदर्शक नहीं रह सकती, क्योंकि इसका असर सिर्फ टाटा सन्स (Tata Sons) के संचालन पर ही नहीं, बल्कि पूरे भारतीय उद्योग जगत और अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है।

नोएल टाटा और एन चंद्रशेखरन की मुलाकात

रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन नोएल टाटा और टाटा सन्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन आज वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से मुलाकात कर सकते हैं। यह बैठक ट्रस्ट्स में गवर्नेंस (governance) को लेकर चल रहे विवाद पर चर्चा के लिए होगी।

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