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टेलीकॉम कंपनियों की टैरिफ हाइक का उल्टा असर, 2025 में सैटकॉम सर्विसेज के साथ प्राइस वॉर की संभावना

निवेश की वसूली और मार्जिन की रक्षा के लिए टेलीकॉम कंपनियों ने साल के बीच टैरिफ हाइक का सहारा लिया, लेकिन यह कदम उल्टा पड़ गया। करीब दो करोड़ कस्टमर्स ने अपने कनेक्शन बंद कर दिए। रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने संयुक्त रूप से 10-26 फीसदी की कीमत वृद्धि के कारण 2.6 करोड़ ग्राहक खो दिए

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 28, 2024 पर 7:35 PM
टेलीकॉम कंपनियों की टैरिफ हाइक का उल्टा असर, 2025 में सैटकॉम सर्विसेज के साथ प्राइस वॉर की संभावना
देश की प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को नए साल में निवेश वसूली में दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

देश की प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को नए साल में निवेश वसूली में दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तो टैरिफ हाइक के बाद कस्टमर्स उनके नेटवर्क को छोड़ रहे हैं और सैटेलाइट प्लेयर्स (सैटकॉम), मुख्य रूप से एलॉन मस्क की Starlink अपने मुख्य डेटा बिजनेस पर नजर गड़ाए हुए हैं। प्राइवेट कंपनियों ने नेक्स्ट जनरेशन की 5G सेवाओं के कवरेज का विस्तार करने के लिए इस साल टेलीकॉम इन्फ्रॉस्ट्रक्चर और रेडियोवेव एसेट्स में लगभग 70,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जो इस क्षेत्र के लिए 2024 की मेन हाईलाइट में से एक है।

टेलीकॉम कंपनियों पर टैरिफ हाइक का उल्टा असर

निवेश की वसूली और मार्जिन की रक्षा के लिए कंपनियों ने साल के बीच टैरिफ हाइक का सहारा लिया, लेकिन यह कदम उल्टा पड़ गया। करीब दो करोड़ कस्टमर्स ने अपने कनेक्शन बंद कर दिए। रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने संयुक्त रूप से 10-26 फीसदी की कीमत वृद्धि के कारण 2.6 करोड़ ग्राहक खो दिए।

सरकारी कंपनी BSNL ने कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की। घाटे में चल रही यह पब्लिक सेक्टर की कंपनी अभी भी पुरानी 3G सर्विस दे रही है और देश भर में 4G नेटवर्क शुरू करने की राह पर है। ग्राहकों की संख्या में कमी के बावजूद प्राइवेट कंपनियों को निवेश की भरपाई करने और भविष्य में ग्रोथ को गति देने के लिए नए युग की सर्विस प्रदान करने के लिए 5जी में अधिक निवेश करने की जरूरत है।

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