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SBI के लिए अनसिक्योर्ड लोन चिंता की बात नहीं, चेयरमैन दिनेश खारा का बयान

एसबीआई ने आज 4 नवंबर को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया है। नतीजों की घोषणा के बाद खारा ने कहा, हमें अपनी अनसिक्योर्ड बुक की कोई चिंता नहीं है। हमारी अनसिक्योर्ड बुक हमारी सिक्योर्ड बुक से बेहतर है। हमारी करीब 86 फीसदी अनसिक्योर्ड बुक सैलरीड कस्टमर्स से है

Edited By: Shubham Singh Thakurअपडेटेड Nov 04, 2023 पर 8:59 PM
SBI के लिए अनसिक्योर्ड लोन चिंता की बात नहीं, चेयरमैन दिनेश खारा का बयान
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन दिनेश खारा का कहना है कि अनसिक्योर्ड लोन एसबीआई के लिए चिंता की बात नहीं है।

देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन दिनेश खारा का कहना है कि अनसिक्योर्ड लोन एसबीआई के लिए चिंता की बात नहीं है। बता दें कि एसबीआई ने आज 4 नवंबर को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया है। नतीजों की घोषणा के बाद खारा ने कहा, "हमें अपनी अनसिक्योर्ड बुक की कोई चिंता नहीं है। हमारी अनसिक्योर्ड बुक हमारी सिक्योर्ड बुक से बेहतर है। हमारी करीब 86 फीसदी अनसिक्योर्ड बुक सैलरीड कस्टमर्स से है।"

खारा ने आगे कहा कि बैंक की ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग एसेट 0.69 फीसदी है। उन्होंने बताया कि 30 सितंबर 2023 के अंत तक बैंक की कुल अनसिक्योर्ड बुक 3.20 लाख करोड़ रुपये है।

शक्तिकांत दास ने जताई थी चिंता

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अक्टूबर 2023 में मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) में अनसिक्योर्ड क्रेडिट ग्रोथ में हालिया उछाल पर चिंता व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFC) से अपने इंटरनल सर्विलांस मैकेनिज्म को मजबूत करने के लिए कहा। दास ने कहा, "बैंकों और NBFC को सलाह है कि वे अपने इंटरनल सर्विलांस मैकेनिज्म को मजबूत करें, अगर कोई रिस्क हो तो उसे एड्रेस करें और उनके हित में जरूरी सुरक्षा उपाय करें।"

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