Get App

अनिल अग्रवाल की Vedanta Resources फॉरेन करेंसी बॉन्ड से जुटाएगी 1 अरब डॉलर, लेंडर्स से बातचीत शुरू

इस साल जुलाई में ग्लोबल रेटिंग एजेंसी S&P ने कैपिटल स्ट्रक्चर और लिक्विडिटी में सुधार के चलते वेदांता रिसोर्सेज की क्रेडिट रेटिंग को CCC+ से अपग्रेड कर B- कर दिया। अनिल अग्रवाल की वेदांता लिमिटेड अपने कारोबार का डिमर्जर करने जा रही है। इस प्लान को एग्जीक्यूट करने के लिए प्रक्रिया चालू वित्त वर्ष के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Sep 09, 2024 पर 4:08 PM
अनिल अग्रवाल की Vedanta Resources फॉरेन करेंसी बॉन्ड से जुटाएगी 1 अरब डॉलर, लेंडर्स से बातचीत शुरू
जुलाई में वेदांता लिमिटेड ने QIP के माध्यम से 8,500 करोड़ रुपये जुटाए थे।

मेटल और माइनिंग सेक्टर की कंपनी वेदांता लिमिटेड की पेरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज पीएलसी (Vedanta Resources) ने विदेशी मुद्रा बॉन्ड के जरिए 1 अरब डॉलर जुटाने के लिए लेंडर्स के साथ बातचीत शुरू कर दी है। यह जानकारी मनीकंट्रोल को मामले की जानकारी रखने वालों से मिली है। पता चला है कि वेदांता समूह 2026 में मैच्योर होने वाले 60 करोड़ डॉलर तक के बॉन्ड्स को रीफाइनेंस करने की तैयारी में है। साथ ही समूह कुछ मौजूदा और नए कारोबारों में इक्विटी निवेश के लिए नया फंड जुटाने की भी योजना बना रहा है।

वेदांता रिसोर्सेज ने हाल के महीनों में भारत में लिस्टेड वेदांता लिमिटेड में हिस्सेदारी बेचकर 2 अरब डॉलर से अधिक जुटाए हैं। हालांकि, इसने अपने स्टील कारोबार को बेचने की योजना को टाल दिया है। मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने कहा, "हिस्सेदारी बिक्री के बाद समूह की लिक्विडिटी पोजीशन में काफी सुधार हुआ है और लेंडर्स को इसे नया कर्ज देने में ज्यादा समस्या नहीं होनी चाहिए।"

पिछले 3 महीनों में कितनी हिस्सेदारी बिक्री और फंड रेजिंग

जुलाई में वेदांता लिमिटेड ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से 8,500 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी ने इसमें से ओकट्री कैपिटल, दॉयचे बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) का कर्ज आंशिक या पूरी तरह चुकाने के लिए 6,375 करोड़ रुपये का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। 25 जून 2024 तक कंपनी पर ओकट्री, दॉयचे बैंक और यूबीआई का 17,470 करोड़ रुपये बकाया था।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें