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रिलायंस रिटेल ने मेट्रो कैश एंड कैरी का किया अधिग्रहण, 2850 करोड़ रुपये में हुआ सौदा

इस अधिग्रहण के जरिए रिलायंस रिटेल को तमाम दुकानदारों और खुदरा और संस्थागत खरीदारों के एक विस्तृत नेटवर्क तक अपनी पैठ बनाने की सहूलियत मिलेगी। इससे कंपनी अपना एक मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन चैनल बना सकेगी। इस अधिग्रहण से रिलायंस रिटेल के स्टोरों की संख्या बढ़ेगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 22, 2022 पर 1:19 PM
रिलायंस रिटेल ने मेट्रो कैश एंड कैरी का किया अधिग्रहण, 2850 करोड़ रुपये में हुआ सौदा
मेट्रो इंडिया ने 2003 में देश में अपना कारोबार शुरू किया। ये भारत में कैश-एंड-कैरी बिजनेस फॉर्मेट पर कारोबार शुरू करने वाली पहली कंपनी थी

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Ltd) की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (Reliance Retail Ventures Limited (RRVL) ने 22 दिसंबर को मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Metro Cash and Carry India Pvt Ltd) में 100 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी अधिग्रहित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए है। ये डील 2850 करोड़ रुपए में हुई है। बता दें कि मेट्रो कैश एंड कैरी 'मेट्रो इंडिया' ब्रांड के तहत कारोबार करती है।

मेट्रो इंडिया ने 2003 में भारत में शुरू किया था कारोबार

मेट्रो इंडिया ने 2003 में देश में अपना कारोबार शुरू किया। ये भारत में कैश-एंड-कैरी बिजनेस फॉर्मेट पर कारोबार शुरू करने वाली पहली कंपनी थी। इस समय कंपनी 3500 कर्मचारियों के साथ 21 शहरों में 31 लार्ज फॉर्मेट स्टोर चलाती है। इस मल्टी-चैनल B2B कैश-एंड-कैरी होलसेलर की भारत में 30 से अधिक B2B ग्राहकों तक पहुंच है। उनमें से 10 लाख ग्राहक ऐसे हैं जो इसके स्टोर नेटवर्क और eB2B ऐप के जरिए नियमित खरीदारी करते हैं।

मेट्रो इंडिया किराना और दूसरे छोटे व्यवसायियों और कारोबारियों को अपनी सेवा प्रदान करती है। वित्तीय वर्ष 2021-22 (सितंबर 2022 को समाप्त वित्तीय वर्ष) में कंपनी ने 7700 करोड़ रुपये की बिक्री की। ये भारत के बाजार में कारोबार शुरू करने के बाद से अब तक की कंपनी की सर्वश्रेष्ठ बिक्री है।

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