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अनहेल्दी फूड और मोटापे से ब्रेन पर पड़ेगा असर, रिसर्च में हुआ खुलासा

Health Tips: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। हाल ही में एक स्टडी में इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जर्मनी के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ऑफ टूबिंगन, जर्मन सेंटर फॉर डायबिटीज रिसर्च (डीजेडडी) और हेल्महोल्ट्स म्यूनिख के वैज्ञानिकों ने स्टडी में कई चीजों का खुलासा किया है

Edited By: Jitendra Singhअपडेटेड Mar 04, 2025 पर 3:42 PM
अनहेल्दी फूड और मोटापे से ब्रेन पर पड़ेगा असर, रिसर्च में हुआ खुलासा
Health Tips: टाइप-2 डायबिटीज और मोटापे की उत्पत्ति को लेकर ब्रेन की बड़ी भूमिका होती है। इस बारे में बड़ा खुलासा हुआ है।

डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जो दुनियाभर में कई लोगों प्रभावित करता है। भारत में भी पिछले कुछ समय से इस बीमारी से मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। जिसकी वजह से अब हमारा देश पूरा दुनिया का डायबिटीज कैपिटल बन गया है। यह एक लाइलाज बीमारी है, जिसका कोई इलाज नहीं हैं। वहीं दुनिया भर में मोटापे की समस्या भी बढ़ रही है। इस बीच स्टडी में टाइप-2 डायबिटीज और मोटापे को लेकर एक अहम खुलासा हुआ है। इसमें कहा गया है कि डायबिटीज और मोटापे में ब्रेन अहम भूमिका निभाता है।

स्टडी में कहा गया है कि मोटापा बढ़ने में इंसुलिन हार्मोन की बड़ी भूमिका होती है। रिसर्च में संकेत मिले हैं कि इंसुलिन ब्रेन में न्यूरोडीजेनेरेटिव और मेटाबॉलिक डिसऑर्डर का कारण बन सकता है।

जर्मनी के वैज्ञानिकों ने किया बड़ा खुलासा

जर्मनी के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ऑफ टूबिंगन, जर्मन सेंटर फॉर डायबिटीज रिसर्च (डीजेडडी) और हेल्महोल्ट्स म्यूनिख के वैज्ञानिकों ने एक स्टडी की है। इसमें कई नई बातों के बारे में पता चला है। रिसर्च करने वाली टीम का कहना है कि अनहेल्दी डाइट और लगातार वजन बढ़ना ये सब ब्रेन की इंसुलिन के सेंसटिव से जुड़ा हुआ है। इसमें इंसुलिन ब्रेन में भूख को कम करने का काम करता है। वहीं अगर कई मोटापे से पीड़ित है तो इस मामले में यह ठीक से काम नहीं करता है। प्रोफेसर डॉ. स्टेफनी कुलमैन और उनकी टीम का कहना है कि बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड, अनहेल्दी फूड्स का कम समय के लिए सेवन करने से भी ब्रेन में बदलाव आ सकता है। इससे भविष्य में टाइप-2 डायबिटीज की आशंका बढ़ जाती है। वहीं हेल्दी व्यक्तियों में भी हाई कैलोरी सेवन के बाद भी ब्रेन में इंसुलिन के प्रति सेंसिटिविटी में कमी देखने को मिली है।

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