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NCERT Textbook prices: छात्रों को नए साल का तोहफा, 20% तक सस्ती हो जाएंगी 9 से 12वीं तक की किताबें

NCERT textbook prices: शिक्षा में पहुंच और सामर्थ्य बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक की किताबों की कीमतों में 20 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है। संशोधित कीमत 2026-27 शैक्षणिक सत्र से लागू होगा, जिससे पूरे भारत में लाखों छात्रों को वित्तीय राहत मिलेगी

Akhileshअपडेटेड Dec 17, 2024 पर 4:19 PM
NCERT Textbook prices: छात्रों को नए साल का तोहफा, 20% तक सस्ती हो जाएंगी 9 से 12वीं तक की किताबें
NCERT Textbook prices: एनसीईआरटी ने कक्षा 9 से 12 तक के लिए टेस्टबुक की कीमतों में 20 प्रतिशत की कटौती की है

NCERT textbook prices: कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब अगले एकेडमिक सेशन यानी 2025-26 से राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की 9वीं से 12वीं तक की किताबें 20 प्रतिशत कम कीमतों पर मिलेंगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार (17 दिसंबर) को इसके बारे में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगले साल से कुछ क्लासेस के लिए एनसीईआरटी की टेस्टबुक की कीमतें कम होंगी। प्रधान ने कहा कि परिषद वर्तमान में प्रति वर्ष पांच करोड़ पाठ्य पुस्तकें छापती है। अब अगले साल से इस क्षमता को बढ़ाकर 15 करोड़ करने की दिशा में काम किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री ने घोषणा की है कि NCERT अगले शैक्षणिक वर्ष के लिए 15 करोड़ गुणवत्तापूर्ण और सस्ती किताबें प्रकाशित करेगा, जिसका उद्देश्य छात्रों पर वित्तीय बोझ कम करना है।

मंत्री ने यह भी बताया कि 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए अपडेटेड सिलेबस के अनुसार नई किताबें 2026-27 शैक्षणिक सत्र से उपलब्ध होंगी। प्रधान ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "अगले शैक्षणिक वर्ष में एनसीईआरटी 15 करोड़ गुणवत्तापूर्ण और किफायती किताबें प्रकाशित करेगी....फिलहाल यह करीब पांच करोड़ किताबें प्रकाशित करता है। पाठ्यपुस्तकों की मांग और आपूर्ति के मामले पर पहले चिंताएं रही हैं लेकिन अब इसका समाधान किया जाएगा।"

उन्होंने कहा, "चूंकि छपने वाली किताबों की संख्या अधिक होगी तो कुछ कक्षाओं के लिए पाठ्यपुस्तकों की कीमतें कम की जाएंगी। किसी भी कक्षा की पाठ्यपुस्तकों की कीमत नहीं बढ़ाई जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अभिभावकों पर कोई वित्तीय बोझ न पड़े।"

मंत्री ने बताया कि नए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचे (NCF) के अनुसार, पाठ्यपुस्तकों को अपडेट करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा, "प्रक्रिया जारी है और नौवीं से 12वीं कक्षा के लिए पाठ्यपुस्तकें 2026-27 शैक्षणिक सत्र तक तैयार हो जाएंगी।" प्रधान ने कहा कि प्रिंटिंग प्रेस की टेक्नोलॉजी में भी सुधार हुआ है। इसलिए किताबों की कीमत कम हुई है। उन्होंने कहा कि इसका सीधा फायदा छात्र-छात्राओं को दिया जाएगा।

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