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Qatar: कतर के अमीर के साथ PM मोदी की एक मुलाकात और बच गई 8 भारतीयों की जान, पढ़ें- इनसाइड स्टोरी

Qatar: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने कतर की एक अदालत द्वारा संदिग्ध जासूसी के मामले में मौत की सजा सुनाए जाने के करीब साढ़े तीन महीने बाद जेल में बंद 8 पूर्व नौसैनिकों की रिहाई को भारत के लिए बड़ी कूटनीतिक जीत बताया और इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। नौसेना के पूर्व कर्मियों को 26 अक्टूबर को कतर की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी

Akhileshअपडेटेड Feb 12, 2024 पर 4:50 PM
Qatar: कतर के अमीर के साथ PM मोदी की एक मुलाकात और बच गई 8 भारतीयों की जान, पढ़ें- इनसाइड स्टोरी
Qatar: ऐसा माना जाता है कि नौसेना के इन पूर्व कर्मियों के खिलाफ जासूसी का आरोप था

कतर (Qatar) ने जेल में बंद भारतीय नौसेना के उन 8 पूर्व कर्मियों को रिहा कर दिया है जिन्हें कथित रूप से जासूसी के एक मामले में पिछले साल अक्टूबर में फांसी की सजा सुनाई गई थी। रिहाई से 46 दिनों पहले उनकी मौत की सजा को कारावास में तब्दील किया गया था। विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि रिहा किए गए 8 भारतीय नागरिकों में से 7 भारत लौट आए हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत अपने नागरिकों की रिहाई तथा उनकी घर वापसी को संभव बनाने के लिए कतर के अमीर के फैसले की सराहना करता है। कतर से सोमवार को स्वदेश लौटे भारतीयों ने कहा कि पीएम मोदी के हस्तक्षेप के बिना यह संभव नहीं था।

कतर से 8 भारतीय पूर्व नौसेना दिग्गजों की रिहाई पर विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा, "हम उनकी वापसी के लिए आभारी हैं। उन्हें रिहा करने के लिए हम कतर सरकार और अमीर के फैसले की सराहना करते हैं। हम उनमें से सात भारतीय नागरिकों को वापस पाकर खुश हैं। 8वें भारतीय नागरिक को भी रिहा कर दिया गया है और हम कतर सरकार के साथ काम करना जारी रखेंगे ताकि यह देखा जा सके कि उसकी भारत वापसी कितनी जल्दी संभव होगी। प्रधानमंत्री ने स्वयं व्यक्तिगत रूप से इस मामले में सभी घटनाक्रमों की लगातार निगरानी की।"

कतर के अमीर से पीएम मोदी ने की थी मुलाकात

कहा जा रहा है कि पिछले साल 1 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल-थानी (Tamim bin Hamad Al Thani) के बीच दुबई में हुई बैठक ने 8 भारतीय नौसेना के दिग्गजों की रिहाई का रास्ता साफ कर दिया था। इसे भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है, जिसने रिहाई हासिल करने के लिए आधिकारिक और निजी दोनों संबंधों का इस्तेमाल किया। पीएम मोदी ने 1 दिसंबर को दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के इतर कतर के अमीर से मुलाकात की थी।

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