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Kash Patel: कौन हैं भारतीय मूल के कश्यप काश पटेल? ट्रंप के वफादार बन सकते हैं नए CIA प्रमुख

US Election Results 2024: डोनाल्ड ट्रंप बुधवार (6 नवंबर) को एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। उनकी जीत को अमेरिकी इतिहास में किसी नेता की सबसे बड़ी राजनीतिक वापसी करार दिया जा रहा है। ट्रंप चार साल के अंतराल के बाद एक बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए। वह 2020 में व्हाइट हाउस की दौड़ में हार गए थे, जिसके बाद उनके समर्थकों ने अमेरिकी संसद में तोड़फोड़ और आगजनी की थी

Akhileshअपडेटेड Nov 07, 2024 पर 8:43 AM
Kash Patel: कौन हैं भारतीय मूल के कश्यप काश पटेल? ट्रंप के वफादार बन सकते हैं नए CIA प्रमुख
US Election Results 2024: भारतीय मूल के कश्यप काश पटेल डोनाल्ट ट्रंप के बहुत समर्थक हैं। वह ट्रंप की नीतियों के मुखर समर्थक रहे हैं

US Election Results 2024: डोनाल्ड ट्रंप के बेहद करीबी सहयोगी भारतीय मूल के कश्यप काश पटेल को 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) के डायरेक्टर की भूमिका के लिए विचार किया जा रहा है। 78 साल की उम्र में डोनाल्ड ट्रंप बुधवार (6 नवंबर) को एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। उनकी जीत को अमेरिकी इतिहास में किसी नेता की सबसे बड़ी राजनीतिक वापसी करार दिया जा रहा है। ट्रंप चार साल बाद एक बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए हैं। वह 2020 में व्हाइट हाउस की दौड़ में हार गए थे, जिसके बाद उनके समर्थकों ने अमेरिकी संसद में तोड़फोड़ और आगजनी की थी।

कथित तौर पर ऐतिहासिक जीत के बाद ट्रंप ने अपने नए प्रशासन के लिए संभावित उम्मीदवारों की एक लिस्ट तैयार कर ली है। यही वजह है कि पटेल का नाम सीआईए प्रमुख के तौर पर संभावित विकल्प के रूप में सामने आ रहा है। ऐतिहासिक चुनाव में जीत के बाद ट्रंप आने वाले कुछ दिनों में अपने मंत्रिमंडल का चयन और अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति शुरू कर देंगे। कश्यप काश पटेल को राष्ट्रीय सुरक्षा में एक प्रमुख भूमिका मिलने की उम्मीद है।

कौन हैं काश पटेल?

ट्रंप के कट्टर समर्थक कश्यप काश पटेल (Kashyap Kash Patel) की पृष्ठभूमि रक्षा और खुफिया दोनों क्षेत्रों में है। 1980 में न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में गुजराती भारतीय अप्रवासी माता-पिता के घर जन्मे पटेल का करियर ट्रंप के राजनीतिक उत्थान से बहुत करीब से जुड़ा हुआ है। पेस यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री लेने के बाद पटेल को शुरू में एक प्रतिष्ठित लॉ फर्म की नौकरी पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। इसके बजाय, उन्होंने अमेरिकी न्याय विभाग में शामिल होने से पहले लगभग 9 साल एक पब्लिक डिफेंडर के रूप में बिताए।

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