31 मार्च 2022 को समाप्त वित्त वर्ष में भारतीय प्राथमिक बाजार(आईपीओ मार्केट) में भारी गहमागहमी देखने को मिली। इस साल 53 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए प्राथमिक बाजार (प्राइमरी बाजार) से 1.18 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं। बाजार जानकारों का कहना है कि वित्त वर्ष 2023 में भी यह क्रम जारी रहेगा। वित्त वर्ष 2022 में कंपनियों ने वित्त वर्ष 2021 की तुलना में प्राइमरी बाजार से 3.7 गुना ज्यादा पैसे जुटाए है।