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Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड में बादल फटने के बाद केरल के 28 पर्यटकों का ग्रुप लापता! उत्तरकाशी पहुंचे सीएम धामी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Uttarkashi Cloudburst: ग्रुप में शामिल 28 लोगों में से 20 केरल से हैं जो महाराष्ट्र में बस गए हैं। जबकि बाकी आठ लोग केरल के विभिन्न जिलों से हैं। उत्तराखंड के संवेदनशील क्षेत्र धराली में मंगलवार दोपहर बादल फटने के बाद आई आपदा में कम से कम चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। करीब 150 लोगों का बचाया जा चुका है

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Aug 06, 2025 पर 4:19 PM
Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड में बादल फटने के बाद केरल के 28 पर्यटकों का ग्रुप लापता! उत्तरकाशी पहुंचे सीएम धामी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
Uttarkashi Cloudburst: पीड़ित परिवारों ने बताया कि कपल के बेटे ने आखिरी बार उनसे एक दिन पहले बात की थी

Uttarkashi Cloudburst News: उत्तराखंड में बादल फटने से हुए भारी भूस्खलन के बाद मूल रूप से केरल निवासी 28 पर्यटकों का एक ग्रुप लापता हो गया हैपरिवार के सदस्यों ने बुधवार (6 अगस्त) को यह जानकारी दीग्रुप में शामिल एक कपल के रिश्तेदार ने मीडियाकर्मियों को बताया कि इन 28 लोगों में से 20 केरल से हैं जो अब महाराष्ट्र में बस गए हैंजबकि बाकी आठ लोग केरल के विभिन्न जिलों से गए हैंउन्होंने बताया कि कपल के बेटे ने आखिरी बार उनसे एक दिन पहले बात की थीउत्तराखंड के धराली में मंगलवार दोपहर बादल फटने के बाद आई आपदा में कम से कम चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है

रिश्तेदार ने कहा, "उन्होंने बताया कि वे उस दिन सुबह करीब साढ़े आठ बजे उत्तरकाशी से गंगोत्री जाने वाले थेउसी मार्ग में भूस्खलन हुआ थाउनके जाने के बाद से हम उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं" उन्होंने बताया कि हरिद्वार स्थित ट्रैवल एजेंसी ने 10 दिनों की उत्तराखंड यात्रा का आयोजन किया थाट्रैवेल एजेंसी भी ग्रुप के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पा रही है

उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, "हो सकता है कि उनके फोन की बैटरी तब तक खत्म हो गई होउस क्षेत्र में फिलहाल कोई मोबाइल नेटवर्क नहीं है" अधिकारियों ने बताया कि धराली का लगभग आधा हिस्सा भूस्खलन के कारण कीचड़, मलबे और बाढ़ के पानी में समा गया हैयह गांव गंगा के उद्गम स्थल गंगोत्री जाने वाले रूट का एक प्रमुख पड़ाव है। यहां कई होटल और होमस्टे हैं

150 लोग सुरक्षित निकाले गए

उत्तरकाशी जिले के आपदाग्रस्त धराली गांव में मलबे से बचाव दलों ने बुधवार को एक शव बरामद कर लियाजबकि भारी बारिश के बीच जारी राहत एवं तलाश अभियान में 150 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका हैमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लियाइस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फोन पर उनसे बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली

मंगलवार दोपहर बाद बादल फटने से खीरगंगा नदी में आई भीषण बाढ़ में करीब आधा गांव तबाह हो गया थाधराली गंगोत्री धाम से करीब 20 किलोमीटर पहले पड़ता है और यात्रा का प्रमुख पड़ाव हैउत्तराखंड सरकार द्वारा जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, विनाशकारी बाढ़ में चार लोगों की मृत्यु हो गईस्थानीय लोगों के अनुसार, बाढ़ में 50 से अधिक लोग लापता हो सकते हैं क्योंकि पानी के अचानक आने से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने का मौका ही नहीं मिला

लापता लोगों में निकटवर्ती हर्षिल में प्रभावित हुए सेना के एक कैंप के 11 सैनिक भी शामिल हैंजिला केंद्र ने बताया कि वर्तमान में गंगोत्री धाम में लगभग 400 यात्री हैं, जो सुरक्षित हैंधराली, देहरादून से लगभग 140 किलोमीटर दूर है और आमतौर पर सड़क मार्ग से वहां पहुंचने में पांच घंटे लगते हैंप्रधानमंत्री मोदी ने धामी से फोन पर बातचीत कर धराली में आई प्राकृतिक आपदा तथा वहां चल रहे बचाव एवं राहत कार्यों की जानकारी ली

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