भले ही तेल की लगातार ऊंची कीमतें और 2024 में आम चुनाव भारतीय बाजारों के लिए दो जोखिम हो सकते हैं, लेकिन इक्विटी में स्ट्रैटेजिक अलोकेशन बनाए रखना एक अच्छी रणनीति होगी। साथ ही बाजार में किसी भी संभावित करेक्शन को कैप्चर करने के लिए कुछ पैसा अलग रखें। यह बात इनवेस्टमेंट बैंक बार्कलेज प्राइवेट बैंक ने कही है। भारतीय इक्विटीज ने एक और वर्ष, साल 2023 में वर्ल्ड मार्केट्स से बेहतर प्रदर्शन किया है, और कोविड 19 के कारण आई गिरावट के बाद भी अपनी ग्रोथ जारी रखी है। बार्कलेज की ओर से सतर्क रहने की सलाह, भारतीय इक्विटीज के लगातार बेहतर प्रदर्शन पर संदेह को दर्शाती है।