उभरते बाजारों में भारत का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है। जब तक वित्त वर्ष 2023 के आंकड़े प्राइस टू अर्निंग मल्टीप्ल के 20 गुने के आसपास रहता है तब तक हमें बाजार में किसी बड़े गिरावट की संभावना नहीं है। यहां तक की ब्याज दर में बढ़त के इस दौर और यूएस मार्केट के उथल-पुथल का भी भारतीय बाजारों पर कोई बड़ा निगेटिव असर नही देखने को मिलेगा। यह बातें CNBC-TV18 को दिए गए एक इंटरव्यू मे मोतीलाल ओसवाल के मनीष सोंथालिया (Manish Sonthalia) ने कही है।