पिछले हफ्ते के अच्छे बाउस के बाद 14 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में बाजार में एक बार फिर बिकवाली का दबाव आता दिखा। अमेरिका के महंगाई आंकड़े उम्मीद से अधिक स्तर पर रहें। यूएस मिनट्स से भी कोई बड़ी राहत नहीं मिली। इसके अलावा भारत में खुदरा महंगाई 5 महीने के हाई पर चली गई जबकि आईआईपी 18 महीने के निचले स्तर पर आ गई। इन सब खबरों ने बाजार का मूड़ खराब कर दिया। हालांकि भारत में थोक महंगाई मे गिरावट, कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और ग्लोबल मार्केट में आई रीलिफ रैली से बाजार को कुछ सपोर्ट मिला।