HDFC Bank में एचडीएफसी के विलय से म्यूचुअल फंड हाउसेज की परेशानी बढ़ सकती है। इसकी वजह यह है कि म्यूचुअल फंड हाउसेज की कई स्कीमों का निवेश एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी दोनों में है। सेबी के नियम के मुताबिक कोई स्कीम अपने कुल कॉर्पस का 10 फीसदी से ज्यादा किसी एक कंपनी के शेयर में निवेश नहीं कर सकती। माना जा रहा है कि विलय के बाद स्कीमों का निवेश HDFC Bank के शेयरों में 10 फीसदी की तय सीमा को पार कर जाएगा, क्योंकि विलय के बाद एचडीएफसी का वजूद खत्म हो जाएगा। साथ ही एचडीएफसी के निवेशकों को एचडीएफसी बैंक के शेयर एलॉट होंगे।