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फर्जी PMS चलाने वाले सालाना 84% रिटर्न का दावा कर निवेशकों से कर रहे फ्रॉड, जानिए क्या है पूरा मामला

ज्यादा रिटर्न कमाने के लालच में लोग बैंकों में रखे अपने पैसे निकालकर फर्जी स्कीम चलाने वालों के हाथ में दे रहे हैं। कुछ लोगों ने तो स्कीम में निवेश करने के लिए अपनी जमीन तक बेच दी है। बड़ी ब्रोकरेज कंपनियों का कहना है कि उनका ऐसी स्कीमों से कोई रिश्ता नहीं है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 15, 2024 पर 11:15 AM
फर्जी PMS चलाने वाले सालाना 84% रिटर्न का दावा कर निवेशकों से कर रहे फ्रॉड, जानिए क्या है पूरा मामला
लोकल अखबार पुधारी (Pudhari) के मुताबिक, शेवगांव के एक सब-ब्रोकर ने तब जहर खा लिया, जब निवेशकों ने स्कीम में लगाए अपने पैसे वापस मांगने शुरू किए।

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शेवगांव तहसील में फर्जी कंपनियां पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS) के नाम पर करोड़ों की कमाई कर रही हैं। उनके शिकार गांव के भोलेभाले लोग हैं, जिन्हें पीएमएस की बारीकियां पता नहीं है। उन्हें यह भी नहीं पता कि वे अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई जिन लोगों के हाथों में सौंप रहे हैं, उनका असली मकसद फ्रॉड है। फर्जी पीएमएस चलाने वाले लोग इतना ज्यादा रिटर्न का लालच देते हैं, जिससे गांव के लोग अपने पैसे उनके हवाले कर रहे हैं। पूरे इलाकों में ऐसी कई फर्जी स्कीमें चलाई जा रही हैं। नतीजा यह है कि लोग बैंकों में रखे अपने पैसे निकाल कर इन स्कीमों में लगा रहे हैं। कुछ लोगों ने तो अपनी जमीन बेचकर पैसा इन स्कीमों में लगाया है।

लोग बैंकों से पैसे निकाल फर्जी स्कीमों में लगा रहे

शेवगांव के व्यापारी हितेश ओबेरॉय ने कहा, "मैं जिन लोगों को जानता हूं, उनमें से ज्यादातर ने बैंकों में अपने फिक्स्ड डिपॉजिट से पैसे निकालकर पीएमएस चलाने वाले लोगों के हाथ में दिए हैं।" कोऑपरेटिव बैंकों को फ्रेश डिपॉजिट जुटाना मुश्किल हो रहा है। उधर, फर्जी पीएमएस चलाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। एक बैंक के अफसर ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, "जो पैसा बैंकों में आता था, वह पिछले 12 महीनों से इन लोगों के पास जा रहा है, जो बहुत ज्यादा रिटर्न का लालच दे रहे हैं।"

सालाना 84 फीसदी रिटर्न का दे रहे लालच

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