ऑलटाइम हाई हिट करने के बाद बाजार कंसोलीडेशन के दौर से गुजर रहा है। ऐसी स्थिति में कोटक इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स का मानना है कि निवेशकों को इस समय स्टॉक चुनने में चतुराई दिखाने की जरूरत है। हमें इस समय संभावित लूजरों से निकलकर संभावित गेनरों की तरफ स्विच करना चाहिए। कोटक के एनालिस्ट्स की राय है कि इस समय भारतीय इक्विटी मार्केट में एक ही समय में मंदी, तेजी और बबल बनने की स्थितियां एक साथ देखने को मिल रही हैं। तमाम लार्जकैप कंपनियां मंदी को दौर में हैं तो छोटे-मझोले शेयरों का एक सेक्शन तेजी में हैं। वहीं, छोटे-मझोले शेयरों के दूसरे सेक्शन में बबल (अस्वाभाविक तेजी) जैसी स्थित दिख रही है।