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टॉप के 15-20 लार्जकैप शेयरों में नजर आ रहे कमाई के जोरदार मौके, मिड और स्मॉलकैप में आ सकता है करेक्शन

कोटक के एनालिस्ट्स की राय है कि इस समय भारतीय इक्विटी मार्केट में एक ही समय में मंदी, तेजी और बबल बनने की स्थितियां एक साथ देखने को मिल रही हैं। तमाम लार्जकैप कंपनियां मंदी को दौर में हैं तो छोटे-मझोले शेयरों का एक सेक्शन तेजी में हैं। वहीं, छोटे-मझोले शेयरों के दूसरे सेक्शन में बबल (अस्वाभाविक तेजी) जैसी स्थित दिख रही है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 09, 2023 पर 12:43 PM
टॉप के 15-20 लार्जकैप शेयरों में नजर आ रहे कमाई के जोरदार मौके, मिड और स्मॉलकैप में आ सकता है करेक्शन
संजीव प्रसाद ने अपने रिकमेंडेड पोर्टफोलियो में कुछ बदलाव किए हैं। उन्होंने पोर्टफोलियो में कोलगेट पामोलिव और कमिंस इंडिया को 150 बेसिस प्वाइंट वेटेज के साथ शामिल किया है

ऑलटाइम हाई हिट करने के बाद बाजार कंसोलीडेशन के दौर से गुजर रहा है। ऐसी स्थिति में कोटक इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स का मानना है कि निवेशकों को इस समय स्टॉक चुनने में चतुराई दिखाने की जरूरत है। हमें इस समय संभावित लूजरों से निकलकर संभावित गेनरों की तरफ स्विच करना चाहिए। कोटक के एनालिस्ट्स की राय है कि इस समय भारतीय इक्विटी मार्केट में एक ही समय में मंदी, तेजी और बबल बनने की स्थितियां एक साथ देखने को मिल रही हैं। तमाम लार्जकैप कंपनियां मंदी को दौर में हैं तो छोटे-मझोले शेयरों का एक सेक्शन तेजी में हैं। वहीं, छोटे-मझोले शेयरों के दूसरे सेक्शन में बबल (अस्वाभाविक तेजी) जैसी स्थित दिख रही है।

लार्जकैप शेयरों में ज्यादा अच्छी वैल्यू 

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के संजीव प्रसाद ने 9 अक्टूबर को जारी एक नोट में कहा इस समय तेजी में चल रहे कुछ मिडकैप, लार्जकैप और स्मॉलकैप शेयरों की तेजी समय के साथ फीकी पड़ती दिखेगा और उनका वैल्यूएशन उनके फंडामेंटल्स के मुताबिक हो जाएगा। इस समय लार्जकैप शेयरों में ज्यादा अच्छी वैल्यू दिख रही है। टॉप के 15-20 लार्जकैप शेयरों में अगले 6-12 महीनों में आउटपरफार्म करने की क्षमता दिख रही है।

संजीव प्रसाद और उनकी टीम की तरफ से लिए गए विश्लेषण के आंकड़ों के मुताबिक निफ्टी 50 इंडेक्स में 34 फीसदी वेटेज रखने वाले टॉप छह शेयरों में से पांच ने पिछले दो सालों में निगेटिव रिटर्न दिया है। वहीं, निफ्टी में 55 फीसदी वेटेज रखने वाले 22 शेयरों ने निगेटिव रिटर्न दिया है। इसी अवधि में निफ्टी ने 10 फीसदी से कम रिटर्न दिया है।

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