Ekadashi Shradh 2025: पितृ पक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध किया जाता है। भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से शुरू होने वाला पितृ पक्ष अश्विन मास की अमावस्या तिथि तक चलता है। इसमें तिथि के अनुसार अपने पूर्वजों का श्राद्ध और तर्पण किया जाता है। इसमें एकादशी तिथि के दिन देह त्यागने वाले पितरों का श्राद्ध इसी तिथि पर किया जाता है। इसके अलावा इसमें संन्यासियों का भी श्राद्ध करने का विधान है। इस साल पितृ पक्ष की एकादशी तिथि का श्राद्ध 17 सितंबर के दिन किया जाएगा। पितृ पक्ष की शुरुआत 07 सितंबर को भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि के साथ हुई थी और इसका समापन 21 सितंबर को अश्विन अमावस्या के दिन सर्व पितृ विसर्जन के साथ होगा।