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Solar Eclipse 2025: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को, ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए करें इन चीजों का दान

Solar Eclipse 2025: साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण भी 21 सितंबर को होगा। ये दिलचस्प खगोलीय घटना भारत में नहीं देखा जा सकेगी। लेकिन ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रहण है, तो इसका प्रभाव भी जरूर होगा। इसलिए मोक्ष के बाद इन चीजों को दान कर अशुभ प्रभाव से बच सकते हैं।

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 15, 2025 पर 2:11 PM
Solar Eclipse 2025: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को, ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए करें इन चीजों का दान
भारत में नजर नहीं आएगा साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण

Solar Eclipse 2025: साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को होगा। ये आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, यानी इस दिन चंद्रमा सूर्य के 72% हिस्से को ढक लेगा। इससे आसमान में सूरज की अर्धचंद्राकार आकृति नजर आएगी। ये ग्रहण सर्व पितृ अमावस्या के दिन लगेगा। हालांकि, ग्रहण का समय ऐसा है जब भारत में रात होगी। इसलिए इसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा। यही वजह है कि इसका सूतक भी नहीं माना जाएगा और मंदिरों में सामान्य दिनों की तरह पूजा होगी और धार्मिक स्थान बंद नहीं होगा।

ज्योतिष विशेषज्ञों का कहना है कि सूर्य ग्रहण के समय ग्रहों का अद्भुत संयोग बन रहा है। इस दौरान बुध कन्या राशि में होंगे जिससे बुद्धादित्य राजयोग का निर्माण होगा। यह ग्रहण कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में होगा। ये ग्रहण इस संयोग में जन्म लेने वालों के लिए मिलेजुले अवसर लेकर आएगा। शास्त्रों में सूर्य ग्रहण को दुर्लभ और अशुभी बताया गया है। इसलिए इसके अशुभ प्रभावों से बचने के लिए मोक्ष काल में दान करने का नियम बताया गया है।

ग्रहण का समय

सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगभग 4 घंटे चलने वाला ये ग्रहण भारतीय समयानुसार, 21 सितंबर को रात करीब 11 बजे शुरू होगा और देर रात 03.23 बजे खत्म होगा। यह सूर्य ग्रहण जब लगेगा तब भारत में रात रहेगी, इसलिए इसे यहां नहीं देखा जा सकेगा।

ग्रहण के बाद दान करें ये चीजें

गेहूं का दान : सूर्य ग्रहण के बाद गेहूं का दान शास्त्रों में बहुत शुभ माना गया है। ऐसा करने से कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है और करियर से जुड़ी मुश्किलें दूर होती हैं।

चने का दान : घर में सुख-समृद्धि के लिए सूर्य ग्रहण के बाद चने का दान चाहिए। इस उपाय से कुंडली में बृहस्पति ग्रह की स्थिति मजबूत होती है।

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