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Surya Grahan 2026 Date: साल के पहले सूर्य ग्रहण पर बनेगा ‘रिंग ऑफ फायर’, जानें किस दिन लगेगा सूरज का ग्रहण?

Surya Grahan 2026 Date: ग्रहण एक दुर्लभ खगोलीय घटना होती है, जिसमें सूरज या चंद्रमा कुछ समय के पूरी तरह या आंशिक रूप से छुप जाते हैं। नए साल में इस खगोलीय घटना का नजारा कब नजर आएगा और इसकी क्या खासियत होगी, आइए जानें इसके बारे में सब कुछ

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 08, 2025 पर 9:23 PM
Surya Grahan 2026 Date: साल के पहले सूर्य ग्रहण पर बनेगा ‘रिंग ऑफ फायर’, जानें किस दिन लगेगा सूरज का ग्रहण?
साल 2026 में सबसे पहले सूर्य ग्रहण लगेगा, जो 17 फरवरी में होगा।

Surya Grahan 2026 Date: सूर्य या चंद्र ग्रहण एक दुलर्भ खगोलीय घटना होती है। ये तब होती है जब सूरज, चंद्रमा और धरती एक सीध में आ जाते हैं और एक की छाया दूसरे पर पड़ती है। जैसे सूर्य ग्रहण में धरती और सूरज के बीच चंद्रमा आ जाता है। साल 2025 में दो सूर्य ग्रहण पड़े थे और दोनों ही भारत में नहीं दिखे थ। अब ये साल खत्म होने जा रहा है। इसके साथ ही खगोल शास्त्र में दिलचस्पी रखने वाले सभी लोगों को अगले साल यानी 2026 में आने वाले ग्रहण को लेकर उत्सुकता बढ़ने लगी है। लोग जानना चाहते हैं कि अगले साल ग्रहण कब-कब है? साल 2026 का पहला ग्रहण कब लगेगा और यह कौन सा ग्रहण होगा? साल 2026 में सबसे पहले सूर्य ग्रहण लगेगा, जो फरवरी में होगा। आइए इस ग्रहण के बारे में और दिलचस्प बातें जानते हैं। साथ ही, ये भी जानेंगे कि ये भारत में नजर आएगा या नहीं।

17 फरवरी को होगा नए साल का पहला ग्रहण

साल 2026 में लगने वाला पहला ग्रहण, सूर्य ग्रहण होगा। यह साल के दूसरे महीने यानी फरवरी में 17 तारीख को लगेगा। लेकिन यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण (Annular Solar Eclipse) होगा यानी ग्रहण के समय सूरज के चारों तरफ ‘रिंग ऑफ फायर’ देखने को मिलेगा।

कब और कहां दिखेगा ये ग्रहण?

17 फरवरी 2026 को एक आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा, जो अंटार्कटिका, दक्षिण-पूर्वी अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे, और प्रशांत, हिंद, अटलांटिक तथा दक्षिणी महासागर के कुछ हिस्सों से देखा जा सकेगा। डेविस सागर के पार जा कर खत्म हो जाएगा।

यहां दिखेगा वलयाकार ग्रहण

कॉनकॉर्डिया स्टेशन जो महाद्वीप के अंदर स्थित एक फ्रेंच-इटालियन बेस है, वहां ग्रहण का वलयाकार फेज 11:46 यूटीसी पर शुरू होगा और 2 मिनट 1 सेकंड तक चलेगा। इसके अलावा रूस के मिर्नी स्टेशन पर यह घटना 12:07 यूटीसी पर देखी जाएगी, जहां वलयाकार फेज की अवधि 1 मिनट 52 सेकंड की होगी। वलयाकार मार्ग के बाहर, आंशिक सूर्य ग्रहण व्यापक क्षेत्रों में दिखाई देगा।

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