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China K Visa: चीन ने लॉन्च किया नया K वीजा, अमेरिका के H-1B वीजा का बनेगा ऑप्शन!

China K-Visa: चीन ने नया K-वीजा प्रोग्राम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर के साइंस और टेक्नोलॉजी सेक्टर के एक्सपर्ट को चीन में काम करने का मौका देना है। चीन का K-वीजा प्रोग्राम अमेरिका के H-1B वीजा को टक्कर देता हुआ नजर आ रहा है

Edited By: Ankita Pandeyअपडेटेड Nov 10, 2025 पर 3:48 PM
China K Visa: चीन ने लॉन्च किया नया K वीजा, अमेरिका के H-1B वीजा का बनेगा ऑप्शन!
भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के कई पेशेवर K-वीजा प्रोग्राम में दिलचस्पी दिखा रहे हैं (Photo: Canva)

China K-Visa: चीन ने हाल ही में K-वीजा प्रोग्राम की शुरुआत की है। इस वीजा प्रोग्राम मकसद दुनिया भर के साइंस और टेक्नोलॉजी सेक्टर के एक्सपर्ट को अपने देश में काम करने के लिए प्रोत्साहित करना है। K-वीजा खास तौर पर साइंस और टेक्नोलॉजी सेक्टर में कुशल युवाओं के लिए बनाया गया है। इस वीजा का सबसे बड़ी बात है कि इसे पाने के लिए आपके पास पहसे से किसी नौकरी का ऑफर होना जरूरी नहीं है। ये वीजा उन लोगों के लिए मौका है, जो चीन में काम करना चाहते हैं लेकिन अभी किसी कंपनी से जुड़े नहीं हैं।

चीन का K-वीजा प्रोग्राम अमेरिका के H-1B वीजा को टक्कर देता हुआ नजर आ रहा है। हाल ही में H-1B वीजा अब सख्त इमिग्रेशन नीतियों के कारण सीमित हो गया है। आइए जानते हैं इसके बारे में सबकुछ

अमेरिका की जगह चीन बन रहा ऑप्शन

एपी की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय आईटी विशेषज्ञ वैष्णवी श्रीनिवासगोपालन इस नए K-वीजा को करियर के लिए एक बेहतर मौका मानती हैं। उनका कहना है कि चीन का टेक्नोलॉजी सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है। वहां का वर्क कल्चर अब वैश्विक स्तर पर आकर्षक बन रहा है। वहीं, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इमिग्रेशन नीतियां सख्त किए जाने और H-1B वीजा की फीस 1 लाख डॉलर तक बढ़ाए जाने के बाद कई विदेशी छात्र और पेशेवर अब चीन जैसे ऑप्शन की ओर रुख कर रहे हैं।

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