सहफसली खेती का मतलब है एक ही खेत में दो या दो से अधिक फसलें इस तरह उगाना कि वे एक-दूसरे की वृद्धि में बाधा न डालें। ये तकनीक किसानों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रही है क्योंकि इससे समय और लागत दोनों की बचत होती है। पारंपरिक खेती में किसान एक ही फसल उगाते हैं, जिससे किसी भी प्रकार का नुकसान पूरी फसल पर असर डालता है। लेकिन सहफसली खेती में अगर किसी फसल पर रोग, कीट या मौसम का प्रभाव पड़े, तो दूसरी फसल से होने वाला लाभ नुकसान की भरपाई कर देता है। इसके अलावा, खेत में उपलब्ध स्थान, मिट्टी के पोषक तत्व और पानी जैसे संसाधनों का भी बेहतर उपयोग होता है।
