Get App

Union Budget Impact: कैपिटल गुड्स शेयरों में 2% से ज्यादा की गिरावट, बजट में FY25 के लिए रिवाइज्ड कैपेक्स घटाने से फिसले स्टॉक्स

Budget Impact: यूनियन बजट 2025-26 में वित्त वर्ष 2025 के लिए संशोधित capex को घटाकर 10.18 लाख करोड़ रुपये कर दिए जाने के बाद कैपिटल गुड्स के शेयरों में दबाव देखने को मिला। कैपिटल गुड्स के शेयरों में लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट आई। मझगांव डॉक्स, एलएंडटी और थर्मैक्स जैसे कैपिटल गुड्स स्टॉक गिर कर कारोबार करते दिखे

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 01, 2025 पर 5:59 PM
Union Budget  Impact: कैपिटल गुड्स शेयरों में 2% से ज्यादा की गिरावट, बजट में FY25 के लिए रिवाइज्ड कैपेक्स घटाने से फिसले स्टॉक्स
मझगांव डॉक्स का शेयर 4.75 प्रतिशत या 118.80 रुपये गिर कर 2379.70 के स्तर पर बंद हुआ। एलएंडटी का शेयर 3.36 प्रतिशत या 119.90 रुपये गिर कर 3447.50 के स्तर पर बंद हुआ

Union Budget Impact: आज कैपिटल गुड्स के शेयरों में गिरावट आई। यूनियन बजट 2025-26 के दौरान वित्त वर्ष 2025 के लिए संशोधित पूंजीगत खर्च (capex) को घटाकर 10.18 लाख करोड़ रुपये कर दिए जाने के बाद कैपिटल गुड्स के शेयरों में दबाव देखने को मिला। कैपिटल गुड्स के शेयरों में लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट आई। दोपहर 12 बजे मझगांव डॉक्स, एलएंडटी और थर्मैक्स जैसे कैपिटल गुड्स स्टॉक 1-2 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। वित्त मंत्री ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए 7 टैरिफ दरों को हटाने की भी घोषणा की। इसके बाद शून्य दरों सहित केवल 8 टैरिफ दरें शेष रह जाएंगी। इसके अतिरिक्त, राज्यों का इनवेस्टमेंट इंडेक्स फ्रेंडलीनेस 2025 में लॉन्च किया जाएगा।

कर्ज के अलावा कुल रियलाइजेशन का रिवाइज्ड एस्टीमेट्स 31.47 लाख करोड़ रुपये है। जिसमें शुद्ध टैक्स रिसिप्ट्स 25.57 लाख करोड़ रुपये है। इसके कुल खर्च का रिवाइज्ड एस्टीमेट्स 47.16 लाख करोड़ रुपये है। इसमें पूंजीगत खर्च करीब 10.18 लाख करोड़ रुपये है।

Budget 2025 में कैपेक्स आंवटन कम होने से कोर सेक्टर के शेयरों में दिखी गिरावट

वित्त वर्ष 2026 के लिए, कैपेक्स आउटले पिछले वित्त वर्ष के 11.11 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 11.2 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया। हालांकि ये उम्मीद से कम है। इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों को उम्मीद थी कि सरकार कैपेक्स आवंटन को एक साल पहले के 11.1 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 11.5 लाख करोड़ रुपये करेगी। उन्हें उम्मीद थी कि इस उच्च आवंटन से सड़क निर्माण, रेलवे, नवीकरणीय ऊर्जा, बिजली पारेषण, रक्षा और डेटा केंद्रों जैसे न्यू एज के इंफ्रा को बढ़ावा मिलेगा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें