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Haryana Chunav 2024: हरियाणा में थमा चुनाव प्रचार का शोर, 5 अक्टूबर को होगा मतदान, पीएम मोदी बोले- 'भरोसा दिल से, BJP फिर से'

Haryana Chunav 2024: चुनाव प्रचारसमाप्त होने से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया की नजरें भारत पर हैं। दुनिया, भारत की ओर बहुत आशा और उम्मीद से देख रही है। ऐसे में यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हरियाणा के लोग एक ऐसी सरकार चुनें, जो भारत को मजबूती देने की दिशा में प्रयास करे

Akhileshअपडेटेड Oct 03, 2024 पर 7:22 PM
Haryana Chunav 2024: हरियाणा में थमा चुनाव प्रचार का शोर, 5 अक्टूबर को होगा मतदान, पीएम मोदी बोले- 'भरोसा दिल से, BJP फिर से'
Haryana Election 2024: हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान होगा। वहीं, 8 अक्टूबर को रिजल्ट घोषित किए जाएंगे

Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा में पांच अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान गुरुवार (3 अक्टूबर) शाम समाप्त हो गया। हरियाणा में सत्ताराधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के लिए प्रयासरत है। वहीं, कांग्रेस (Congress) 10 साल बाद सत्ता में वापसी करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। हरियाणा में दो करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं। 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए एक चरण का मतदान शनिवार 5 अक्टूबर को होगा। वहीं, मतगणना 8 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव परिणाम के साथ होगी।

गुरुवार शाम छह बजे चुनाव प्रचार समाप्त होने से कुछ घंटे पहले प्रमुख प्रतियोगी दलों बीजेपी, कांग्रेस, आप, इनेलो-बसपा और जेजेपी-आजाद समाज पार्टी ने रैलियां और रोड शो करके मतदाताओं को लुभाने के लिए अंतिम प्रयास किए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा की सभी 90 सीटों पर मतदान पांच अक्टूबर को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा। अधिकारियों ने बताया कि चुनाव के लिए कुल 20,629 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

जनसभा या रैलियां करने पर रोक

अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार 3 अक्टूबर को शाम छह बजे के बाद किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार को जनसभा या रैलियां करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बीजेपी ने अपने चुनाव अभियान को "डबल इंजन" सरकार के कार्यों और प्रदर्शन पर केंद्रित रखा। जबकि उसने कांग्रेस पर आरक्षण, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और वंशवादी राजनीति को लेकर निशाना साधा। महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों से जुड़े मुद्दे दोनों मुख्य प्रतिद्वंद्वी दलों के चुनावी घोषणापत्रों का मुख्य मुद्दा रहे।

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