भारतीय जनता पार्टी के लिए सुरक्षित लगने वाली बेलापुर विधानसभा सीट संदीप नाइक की बगावत के बाद से अब चुनौतीपूर्ण हो गई है। इस मुश्किल लड़ाई को भांपते हुए बीजेपी के रणनीतिकारों ने इस निर्वाचन क्षेत्र में गोवा के ज्यादा से ज्यादा विधायकों को तैनात किया है। पार्टी ने अपनी रणनीति बदलते हुए, यहां उम्मीदवार के बजाय पार्टी के चिन्ह 'कमल' के नाम पर वोट मांगना शुरू कर दिया है। 2014 के बाद से यह सीट बीजेपी के लिए मुफीद मानी जा रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी का समर्थन नहीं मिलने, वर्तमान विधायक मंदा म्हात्रे को लेकर बने 'नेरेटिव' और कमजोर प्रचार व्यवस्था के चलते आखिरकार पार्टी को अपनी रणनीति अब 'कमल' केंद्रित करने पर मजबूर होना पड़ा।