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Adani Group की तीन कंपनियां UN की इस लिस्ट से बाहर, कितना बड़ा झटका है यह?

Adani Group News: अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के झटके से अभी तक अदाणी ग्रुप पूरी तरह से उबर नहीं पाया है। अब ग्रुप की तीन कंपनियों को कॉरपोरेट लेवल पर तगड़ा झटका लगा है। इसकी तीन कंपनियों को यूएन की एक सूची से निकाल दिया गया है। जानिए यह सूची कैसी है और इससे बाहर निकलना कितना बड़ा झटका है ग्रुप के लिए और इन्हें निकाला क्यों गया है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड May 09, 2023 पर 4:32 PM
Adani Group की तीन कंपनियां UN की इस लिस्ट से बाहर, कितना बड़ा झटका है यह?
Adani Group की तीन कंपनियों अदाणी ग्रीन, अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी पोर्ट्स को एसबीटीआई लिस्ट से बाहर निकाल दिया गया है। हालांकि ग्रुप की अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी अभी भी लिस्ट में बनी हुई हैं।

Adani Group News: अदाणी ग्रुप की तीन कंपनियों को कॉरपोरेट लेवल पर तगड़ा झटका लगा है। दुनिया भर में ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए ग्रीन एनर्जी पर शिफ्ट होने के लिए जोर दिया जा रहा है और अदाणी ग्रुप इस मामले में भारत में सबसे आगे रहने की कोशिश में है। हालांकि इसकी तीन कंपनियों को अब इस लक्ष्य को हासिल करने में यूएन की मदद नहीं मिल पाएगी। अप्रैल के आखिरी दिनों में अदाणी ग्रीन (Adani Green), अदाणी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) और अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (Adani Ports & Special Economic Zone) को 'कंपनीज टेकिंग एक्शन' सूची से बाहर निकाल दिया गया।

इस सूची को यूएन का एक ग्रुप साइंस बेस्ड टारगेट्स इनीशिएटिव्स (SBTi) पब्लिश करता है। यह ग्रुप कंपनियों पेरिस समझौते के हिसाब से कंपनियों को उत्सर्जन घटाने के लिए योजना बनाने में मदद करता है। इस समझौते के तहत ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने का लक्ष्य रखा गया है। SBTi की सूची से बाहर निकलने के बाद अब अदाणी ग्रुप की तीनों कंपनियों को यह मदद नहीं मिल पाएगी। यूएन ग्रुप के प्रवक्ता का कहना है कि ये कंपनियां इसके मानकों और नीतिगत जरूरतों के हिसाब से नहीं थी तो इन्हें बाहर कर दिया गया।

कितना बड़ा झटका है यह

सस्टैनबिलिटी सोच के निवेशक इससे जुड़े शेयरों में निवेश के लिए एसबीटीआई की सूची देखते हैं। फरवरी की शुरुआत में 500 से अधिक ईएसजी फंड्स में अदाणी ग्रुप के शेयर भी दिखे। इस सूची में रहना अदाणी ग्रुप के लिए कितना अहम था, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि इस सूची में शामिल होने के बाद इसके शेयरों में निवेश और बढ़ता। इसके अलावा फरवरी में एक फाइलिंग में खुलासा हुआ था कि अदाणी ने कर्माइकल कोल माइन को लेकर लोन हासिल करने के लिए अपनी ग्रीन कंपनियों के शेयरों को गारंटी के तौर पर इस्तेमाल किया।

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