Economic Survey 2023-24: देश के वित्तीय क्षेत्र के लिए आउटलुक ब्राइट है, लेकिन उसे झटकों के लिए तैयार रहने की जरूरत है। इसकी वजह है कि भारत इस स्तर पर अर्थव्यवस्था के ओवर-फाइनेंशियलाइजेशन को बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह बात 22 जुलाई को संसद में पेश आर्थिक सर्वे 2023-24 में कही गई। सर्वे में कहा गया है कि देश का वित्तीय क्षेत्र तेजी के रास्ते पर है। कर्ज के लिए बैंक पर निर्भरता कम हो रही है और पूंजी बाजार की भूमिका बढ़ रही है। भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में इस बदलाव का लंबे वक्त से बदलाव किया जा रहा है और यह स्वागतयोग्य है।