ज्यादातर एक्सपर्ट्स की इस बारे में आम राय है कि इंडिया इकोनॉमी के लिहाज से बड़े छलांग लगाने को तैयार है। देश की आबादी में युवाओं की ज्यादा हिस्सेदारी है, टेक्नोलॉजी में बढ़त और आंत्रप्रेन्योरशिप में लोगों की दिलचस्पी भारत को वैश्विक मंच पर बड़ी ताकत बनाते हैं। 2013 में मॉर्गन स्टेनली के एक फाइनेंशियल एनालिस्ट ने उन उभरते देशों को एक नया नाम दिया था, जो अपनी ग्रोथ के लिए विदेशी निवेश पर काफी ज्यादा निर्भर रहे हैं। उन्होंने इन देशों को 'फ्रैजल फाइव' कहा था। इनमें तुर्किए, ब्राजील, भारत, साऊथ अफ्रीक और इंडोनेशिया शामिल थे।