भारतपे (BharatPe) के को-फाउंडर अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) का मानना है कि बनिया कारोबारी वास्तविक जिंदगी में जीते हैं यानी कि आने वाले समय में कितने पैसे मिलने हैं, इसकी बजाय अभी क्या स्थिति है, इसे लेकर व्यवहार करते हैं। ग्रोवर ने अपनी किताब 'Doglapan' में इसे लेकर अपनी जिंदगी से जुड़ा एक किस्सा सुनाया है, जब उनके ससुर ने उन्हें यह पाठ पढ़ाया। ग्रोवर के मुताबिक कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) से शानदार ऑफर मिलने के बाद वह भविष्य को लेकर काफी-कुछ योजनाएं बना रहे थे लेकिन उनके ससुर ने उन्हें वर्तमान के बारे में सोचना सिखा दिया।
