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क्या ट्रूडो की गिरती लोकप्रियता भारत के साथ विवाद का असली कारण है? 60% कनाडाई चाहते हैं उनसे छुटकारा

India-Canada News: भारत में शीर्ष सरकारी सूत्रों ने न्यूज 18 से कहा कि कनाडाई लोगों के बीच उनकी गिरती लोकप्रियता के बीच ट्रूडो द्वारा भारत के खिलाफ मोर्चा खोलने का यही असली कारण प्रतीत होता है। ट्रूडो ने कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी नेता की हत्या में भारत की संलिप्तता साबित करने के लिए अब तक कोई सबूत नहीं दिया है। भारत ने गुरुवार को कहा कि उसे कोई सबूत भी नहीं दिया गया है

Akhileshअपडेटेड Sep 22, 2023 पर 4:04 PM
क्या ट्रूडो की गिरती लोकप्रियता भारत के साथ विवाद का असली कारण है? 60% कनाडाई चाहते हैं उनसे छुटकारा
India-Canada News: सर्वेक्षण 15 से 18 सितंबर के बीच किया गया था

क्या कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की तेजी से गिरती लोकप्रियता भारत के साथ ताजा विवाद का असली कारण है? दरअसल, एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि ट्रूडो की कनाडा में लोकप्रियता तेजी से कम हो रही है। 60 फीसदी कनाडाई अब उनसे छुटकारा चाहते हैं। Global News द्वारा किए गए लेटेस्ट जनमत सर्वेक्षण के अनुसार कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी पियरे पोइलिव्रे (Pierre Poilievre) के साथ लोकप्रियता के मामले में संघर्ष कर रहे हैं। सर्वे में मुताबिक, यदि कनाडा में आज चुनाव होता है, तो पोइलिव्रे के नेतृत्व वाले कंजर्वेटिव अगली बहुमत वाली सरकार बना सकते हैं।

कनाडाई मीडिया संगठन ने दावा किया है कि सर्वे में पोइलिव्रे प्रधानमंत्री के लिए सबसे अच्छी पसंद थे। साथ ही 60 फीसदी कनाडाई सोचते हैं कि साल 2025 में अगले चुनाव में सत्ताधारी लिबरल पार्टी के लिए नेता के रूप में ट्रूडो के हटने और किसी और को नेतृत्व करने का समय आ गया है। इस सर्वे का निष्कर्ष 21 सितंबर तक का है। यह सर्वे 1.500 लोगों के जवाब पर निर्धारित है। ग्लोबल न्यूज ने कहा कि सर्वेक्षण 15 से 18 सितंबर के बीच किया गया था।

गिरती लोकप्रियता के कारण भारत पर लगाया आरोप?

भारत में शीर्ष सरकारी सूत्रों ने न्यूज 18 से कहा कि कनाडाई लोगों के बीच उनकी गिरती लोकप्रियता के बीच ट्रूडो द्वारा भारत के खिलाफ मोर्चा खोलने का यही असली कारण प्रतीत होता है। ट्रूडो ने कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी नेता की हत्या में भारत की संलिप्तता साबित करने के लिए अब तक कोई सबूत नहीं दिया है। भारत ने गुरुवार को कहा कि उसे कोई सबूत भी नहीं दिया गया है।

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